चौथे दिन का खेल खराब रोशनी के कारण जल्दी खत्म कर दिया गया जिससे 26 ओवर नहीं फेंके जा सके। चाय के सत्र के बाद केवल छह ओवर ही डाले जा सके।
पाकिस्तान को अंतिम दिन जीत के लिये 419 रन बनाने होंगे लेकिन मेहमान टीम के लिये वास्तविक संभावना यही होगी कि वह तीनों सत्र में बल्लेबाजी करके मैच ड्रा कराये और श्रृंखला जीत ले।
पाकिस्तान दो मैचों की श्रृंखला में अभी 1-0 से आगे चल रहा है।
सलामी बल्लेबाज अब्दुल्लाह शफीक और इमाम उल हक ने पहले विकेट के लिये 42 रन की भागीदारी की।
पहले टेस्ट में नाबाद 160 रन की पारी खेलने वाली शफीक 16 रन के निजी स्कोर पर आउट हो गये।
कप्तान बाबर आजम फिर क्रीज पर उतरे और वह स्पिन के खिलाफ काफी सहज दिखायी दिये। इमाम उल हक और बाबर दूसरे विकेट के लिये 47 रन जोड़ चुके हैं और क्रीज पर डटे हैं।
पारी के 28वें ओवर के बाद पाकिस्तान के बल्लेबाजों ने अंपायर से शिकायत की कि उन्हें गेंद नहीं दिख रही। जब खराब रोशनी के कारण खेल रोका गया तब इमाम 46 और बाबर 26 रन बनाकर खेल रहे थे।
पाकिस्तान को इस मैच में जीत दर्ज करने के लिये विश्व रिकॉर्ड बनाना होगा। चौथी पारी में सबसे बड़े लक्ष्य का पीछा करने का रिकॉर्ड वेस्टइंडीज के नाम है जिसने 2003 में आस्ट्रेलिया के खिलाफ 418 रन का पीछा किया था।
इससे पहले श्रीलंका ने अपनी दूसरी पारी पांच विकेट पर 176 रन से शुरू करने के बाद आठ विकेट पर 360 रन बनाकर घोषित की। बीती रात क्रीज पर डटे धनजंय डि सिल्वा और दिमुथ करूणारत्ने की जोड़ी ने छठे विकेट के लिये 126 रन की साझेदारी निभाकर श्रीलंका को विशाल लक्ष्य देने में अहम भूमिका निभायी।
करूणारत्ने ने इस दौरान अपना 31वां टेस्ट अर्धशतक बनाया और वह टेस्ट करियर में 6,000 रन बनाने वाले छठे श्रीलंकाई बल्लेबाज भी बन गये। वह 61 रन पर आउट हुए।
धनंजय डि सिल्वा (109 रन) ने अपना नौंवा टेस्ट शतक बनाया जिसमें 16 चौके जड़े थे। उन्होंने रमेश मेंडिस के साथ आठवें विकेट के लिये 82 रन की भागीदारी की। मेंडिस ने 55 गेंद में नाबाद 45 रन बनाये।
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