पणजी, 21 सितंबर : आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने मंगलवार को कहा कि आगामी गोवा विधानसभा चुनाव में जीतकर सत्ता में आने पर उनकी पार्टी निजी क्षेत्र सहित 80 प्रतिशत नौकरियां स्थानीय लोगों के लिए आरक्षित करेगी. उन्होंने खनन और पर्यटन उद्योगों के समान्य होने तक इन क्षेत्रों पर निर्भर परिवारों को 5,000 रुपये मासिक पारिश्रमिक देने का भी आश्वासन दिया. केजरीवाल ने मापुसा में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि गोवा में प्रत्येक परिवार के कम से कम एक बेरोजगार व्यक्ति को सरकारी नौकरी दी जाएगी और बेरोजगार युवाओं को नौकरी मिलने तक 3,000 रुपये मासिक भत्ता मिलेगा. गोवा में अभी भाजपा की सरकार है, जहां अगले साल फरवरी में विधानसभा चुनाव होने हैं. पिछले दो महीने में केजरीवाल का गोवा का यह दूसरा दौरा है. जुलाई में वह पहली बार गोवा आए थे, तब दिल्ली के मुख्यमंत्री ने उनकी पार्टी के सत्ता में आने पर गोवा में लोगों को प्रति माह 300 यूनिट तक मुफ्त बिजली देने का आश्वासन दिया था.
केजरीवाल ने मंगलवार को संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘ निजी क्षेत्र सहित 80 प्रतिशत नौकरियां गोवा के युवाओं के लिए आरक्षित होंगी. हम एक ऐसा कानून पारित करेंगे, जिसके तहत निजी उद्योगों के लिये 80 प्रतिशत रोजगार स्थानीय लोगों को देना अनिवार्य होगा.’’ केजरीवाल ने खनन और पर्यटन क्षेत्रों पर निर्भर लोगों को भी लुभाने की कोशिश की. उच्चतम न्यायालय के प्रतिबंध के बाद से राज्य में खनन ठप पड़ा है और कोविड-19 के कारण लगे लॉकडाउन की वजह से पर्यटन उद्योग बुरी तरह प्रभावित हुआ. आप के नेता ने कहा, ‘‘ खनन और पर्यटन उद्योगों के समान्य होने तक इन क्षेत्रों पर निर्भर परिवारों को 5,000 रुपये मासिक पारिश्रमिक दिया जाएगा.’’ केजरीवाल ने एक और वादा करते हुए कहा कि दिल्ली की तर्ज पर गोवा में ‘स्किल यूनिवर्सिटी’ की स्थापना की जाएगी, जहां युवाओं को कुशल बनाया जाएगा और नौकरी के लिए तैयार किया जाएगा.
उन्होंने कहा कि विधायकों या प्रभावशाली नेताओं के करीबियों को सरकारी नौकरी देने की मौजूदा प्रथा को खत्म करके सरकारी क्षेत्र में भर्ती की पूरी व्यवस्था को पारदर्शी और जवाबदेह बनाया जाएगा.
प्रमोद सावंत सरकार द्वारा शुरू की गई ‘डोरस्टेप डिलीवरी’ (घर पर समान पहुंचाना) पहल का जिक्र करते हुए केजरीवाल ने कहा कि इसी तरह की पहल दिल्ली सरकार द्वारा लागू की गई है. उन्होंने कहा, ‘‘ हमारी योजना के अनुसार, सरकारी अधिकारी लोगों के घर तक सेवाएं उपलब्ध कराते हैं. लोगों को अपने घरों से बाहर निकलने की जरूरत नहीं है.’’ उन्होंने कहा कि सावंत दिल्ली सरकार की पहल की नकल कर रहे हैं, ‘‘ आपको नकली को चुनने की जरूरत क्या है, जब आपके पास असली का विकल्प है.’’ आप आदमी पार्टी को 2017 के गोवा विधानसभा चुनाव में एक भी सीट नहीं मिली थी. 40 सदस्यीय विधानसभा में कांग्रेस को सर्वाधिक 17 जबकि भाजपा को 13 सीटें मिली थीं. कांग्रेस को आश्चर्यचकित करते हुए, भाजपा ने क्षेत्रीय दलों के साथ गठबंधन कर मनोहर पर्रिकर के नेतृत्व में राज्य में सरकार बनाई थी.