मुंबई, 16 अक्टूबर महाराष्ट्र में 2019 के विधानसभा चुनाव के बाद से पंजीकृत मतदाताओं की संख्या में लगभग 70 लाख की वृद्धि हुई है। एक शीर्ष निर्वाचन अधिकारी ने बुधवार को यह जानकारी दी।
महाराष्ट्र में 20 नवंबर को विधानसभा चुनाव होंगे जबकि मतगणना 23 नवंबर को की जाएगी।
महाराष्ट्र के मुख्य निर्वाचन अधिकारी एस. चोकलिंगम ने बताया, ‘‘2019 के विधानसभा चुनाव से पहले महाराष्ट्र में 8,94,46,211 मतदाता थे। निर्वाचन आयोग द्वारा चलाए गए विशेष नामांकन अभियान के बाद यह संख्या बढ़कर 9,63,69,410 हो गई है। यानी 69,23,199 मतदाता बढ़े हैं।’’
चुनाव कार्यक्रम की घोषणा के एक दिन बाद यहां संवाददाताओं से बातचीत में उन्होंने कहा कि एक मतदान केंद्र पर सामान्यतः 1,500 मतदाता होते हैं, लेकिन यदि मतदाताओं की संख्या अधिक होगी तो अतिरिक्त मतदान केंद्र स्थापित किए जाएंगे।
चोकलिंगम ने बताया कि 2019 के विधानसभा चुनाव के दौरान 96,654 मतदान केंद्र थे, जबकि इस बार 1,00,186 मतदान केंद्र बनाए जाएंगे।
उन्होंने बताया कि पहली बार मतदान करने वाले 18-19 वर्ष की आयु के मतदाताओं की संख्या 20,93,206 है।
चोकलिंगम ने बताया कि उल्लेखनीय बात यह है कि 85 वर्ष से अधिक आयु के 12,43,192 मतदाता हैं जिनमें से 47,716 मतदाताओं की उम्र लगभग 100 वर्ष है।
"वोट जिहाद" जैसे सांप्रदायिक शब्दों के इस्तेमाल पर चोकलिंगम ने कहा, "कल से आदर्श आचार संहिता लागू हो गई है। अगर कुछ नेता इसका (ऐसे शब्दों का) इस्तेमाल करते हैं तो हम किसी को नहीं बख्शेंगे। यदि हमें कोई शिकायत प्राप्त होती है, तो हम कानूनी तंत्र के भीतर इसकी जांच करेंगे और तदनुसार अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करेंगे।"
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेता और राज्य के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने दो सप्ताह पहले कोल्हापुर में एक कार्यक्रम के दौरान लोकसभा चुनाव में राज्य में भाजपा के खराब प्रदर्शन के लिए "वोट जिहाद" को जिम्मेदार ठहराया था।
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