7 अक्टूबर के ताजा समाचार और अपडेट्स
प्रतीकात्मक तस्वीर (Photo Credit: Image File)

स्वागत है DW हिन्दी के लाइव ब्लॉग पर, जहां दिनभर की तमाम ब्रेकिंग न्यूज और अपडेट्स हम एक साथ पेश करते हैं ताकि आपको सारी बड़ी और जरूरी खबरें एक साथ मिल जाएं.- अमेरिका में अभी जारी रहेगा शटडाउन

अमेरिका में गतिरोध जारी, सरकारी व्यवस्था ठप

अमेरिका में सरकारी व्यवस्था की तालेबंदी जारी है. राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप की रिपब्लिकन पार्टी और डेमोक्रैटिक पार्टी के बीच संघीय सरकार की फंडिंग को लेकर सहमति नहीं बन पाई है. इसकी वजह से लाखों संघीय कर्मचारी काम पर नहीं आ रहे हैं या फिर बिना वेतन के काम कर रहे हैं.

दोनों पार्टियों ने जारी शटडाउन के लिए एक-दूसरे को दोषी ठहराया है. सोमवार, 6 अक्टूबर को संसद के ऊपरी सदन- सीनेट में हुए नए चरण के दो मतदानों में, दोनों पक्षों में से किसी का भी प्रस्ताव पास नहीं हो सका. प्रस्ताव पास होने के लिए 100 में से 60 वोटों की जरूरत है और दोनों पार्टियों के पास यह आंकड़ा नहीं है.

सोमवार शाम को अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने एक बार फिर डेमोक्रैट्स पर आरोप लगाया कि वे शटडाउन के लिए जिम्मेदार हैं. अपने ट्रुथ सोशल प्लेटफॉर्म पर ट्रंप ने लिखा, "मैं डेमोक्रैट्स की असफल हेल्थकेयर नीतियों या किसी भी और मुद्दे पर उनके साथ काम करने के लिए तैयार हूं, लेकिन पहले उन्हें हमारी सरकार को दोबारा खोलने की इजाजत देनी होगी." उन्होंने लिखा, "असल में, उन्हें आज रात ही हमारी सरकार खोल देनी चाहिए!"

डेमोक्रैट्स इस बात पर जोर दे रहे हैं कि उनके समर्थन के एवज में रिपब्लिकन पार्टी स्वास्थ्य मामलों में सब्सिडी जारी रखे. इसके बाद ही वे 21 नवंबर तक सरकार को अस्थायी तौर पर फंड करने से जुड़े प्रस्ताव का समर्थन करेंगे. सीनेट में डेमोक्रैटिक पार्टी के नेता चक शूमर ने कहा कि राष्ट्रपति का यह दावा कि ट्रंप प्रशासन डेमोक्रेटिक पार्टी के साथ बातचीत कर रहा है, "सच नहीं है."

सीजेआई पर हमले की कोशिश करने वाले वकील ने कहा, मुझे कोई अफसोस नहीं

भारत के मुख्य न्यायाधीश बीआर गवई पर हमला करने की कोशिश करने वाले वकील ने कहा है कि उन्हें अपने किए पर कोई पछतावा नहीं है. 71 वर्षीय वकील राकेश किशोर ने 6 अक्टूबर को सुप्रीम कोर्ट के अंदर सीजेआई की तरफ अपना जूता फेंकने की कोशिश की थी, लेकिन सुरक्षाकर्मियों ने समय रहते उन्हें पकड़ लिया था. हालांकि, सुप्रीम कोर्ट के रजिस्ट्रार जनरल ने आरोपित के ऊपर मुकदमा दर्ज नहीं करवाया, जिसके बाद पुलिस ने तीन घंटे की पूछताछ के बाद उसे जाने दिया.

राकेश किशोर ने मंगलवार, 7 अक्टूबर को न्यूज एजेंसी एएनआई से कहा कि 16 सितंबर को चीफ जस्टिस के कोर्ट में किसी ने पीआईएल दाखिल की थी तो गवई साहब ने उसका मजाक उड़ाया और कहा कि आप जाकर मूर्ति से प्रार्थना करो. किशोर के मुताबिक, वह इन बातों से बहुत आहत थे और यह "एक्शन का रिएक्शन था." किशोर ने आगे कहा, “मैं डरा हुआ नहीं हूं और ना मुझे किसी बात का अफसोस है.”