नयी दिल्ली, 28 दिसंबर सेल्युलर ऑपरेटर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (सीओएआई) ने बुधवार को कहा कि मोबाइल सेवाओं के लिए छह गीगाहर्ट्ज बैंड को चिह्नित करना महत्वपूर्ण है।
उद्योग निकाय ने कहा कि देश में 5जी मोबाइल नेटवर्क को तेजी से और किफायती ढंग से तैयार करने के लिए ऐसा करना जरूरी है।
सीओएआई ने इस बात पर भी जोर दिया कि राष्ट्रीय ब्रॉडबैंड मिशन को पूरा करने के लिए छह गीगाहर्ट्ज स्पेक्ट्रम महत्वपूर्ण है।
सीओएआई ने कहा कि यदि छह गीगाहर्ट्ज बैंड में पर्याप्त स्पेक्ट्रम आईएमटी को आवंटित नहीं किया गया, तो देश को 5जी सेवाओं से अपेक्षित प्रदर्शन हासिल करने में लगभग 60 प्रतिशत अधिक वार्षिक लागत चुकानी होगी।
सीओएआई ने आगाह किया कि इससे विस्तार में देरी होगी और ऊर्जा खपत तथा रेडियो नेटवर्क लागत में उल्लेखनीय वृद्धि होगी।
सीओएआई के महानिदेशक एस पी कोचर ने एक बयान में कहा, ‘‘उद्योग का दृढ़ विश्वास है कि आईएमटी सेवाओं के लिए छह गीगाहर्ट्ज बैंड को चिह्नित करना महत्वपूर्ण है, क्योंकि इससे न केवल दीर्घकालिक नेटवर्क योजना में मदद मिलेगी, बल्कि यह 2025 के बाद मोबाइल संचार के लिए महत्वपूर्ण होगा।’’
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