विदेश की खबरें | गांव पर रूस के हमले में 51 लोगों की मौत : यूक्रेन के अधिकारी
श्रीलंका के प्रधानमंत्री दिनेश गुणवर्धने

यह हमला ऐसे वक्त हुआ जब जेलेंस्की यूक्रेन के सहयोगियों के समर्थन जुटाने के लिये 50 यूरोपीय नेताओं के शिखर सम्मेलन में शामिल होने के लिये स्पेन में हैं।

उन्होंने ह्रोज़ा गांव में हुए हमले की निंदा करते हुए इसे “काफी क्रूर रूसी अपराध” और “पूरी तरह से जानबूझकर किया गया आतंकवादी कृत्य” बताया।

मृतकों की संख्या बताने वाले आंतरिक मामलों के मंत्री इहोर क्लिमेंको ने कहा कि कैफे में लगभग 60 लोग थे, जो एक अंतिम संस्कार के बाद प्रार्थना में शामिल हो रहे थे।

राष्ट्रपति के चीफ ऑफ स्टाफ एंद्री येरमाक और खारकीव के गवर्नर ओलेह सिनिहुबोव ने बताया कि मारे गए लोगों में छह वर्षीय एक बच्चा भी शामिल है।

कीव से प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, गांव पर इस्कंदर मिसाइल से हमला किया गया था। आपातकालीन दल ने क्षतिग्रस्त इमारतों के सुलगते मलबे की खोज की। यूक्रेनी अभियोजकों ने खून से लथपथ शव दिखाते हुए तस्वीरें जारी कीं।

बृहस्पतिवार को, जेलेंस्की स्पेन के ग्रेनाडा में यूरोपीय राजनीतिक समुदाय के एक शिखर सम्मेलन में थे, जहां उन्होंने अधिक पश्चिमी समर्थन की मांग करते हुए कहा कि “रूसी आतंक को रोका जाना चाहिए”।

उन्होंने अपने टेलीग्राम चैनल पर पोस्ट किए गए एक बयान में कहा, “रूस को केवल एक ही चीज़ के लिए इस तरह के आतंकवादी हमलों की ज़रूरत है: अपनी नरसंहार आक्रामकता को पूरी दुनिया के लिए नया आदर्श बनाना।”

उन्होंने कहा, “हमारे लिए अहम बात विशेष रूप से सर्दियों से पहले वायु रक्षा प्रणाली को मजबूत करना है और भागीदारों के साथ नए समझौतों का आधार पहले से ही मौजूद है।”

पिछली सर्दियों के दौरान, रूस ने लगातार मिसाइल और ड्रोन हमलों से यूक्रेन की ऊर्जा प्रणाली और कई अन्य महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे को निशाना बनाया, जिससे पूरे देश में लगातार बिजली कटौती शुरू हो गई।

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