राजस्थान की 38 आदिवासी महिलाओं का मध्य प्रदेश के ग्रामीणों ने किया अपहरण, जानिए पूरा मामला

मध्य प्रदेश के एक गांव के 100 से अधिक लोगों के एक समूह ने राजस्थान से 38 आदिवासी महिलाओं और बच्चों को इस संदेह के आधार पर अगवा किया कि उनके यहां के पुरुष उनकी मोटरसाइकिल चुराने में शामिल थे। पुलिस ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी. हालांकि राजस्थान पुलिस इस अपराध के कुछ ही घंटों के भीतर बुधवार दोपहर को मध्य प्रदेश से अपहृत महिलाओं और बच्चों को छुड़ाने में कामयाब रही और छह अपहर्ताओं को गिरफ्तार कर उनके हथियार और गोला-बारूद और अपहरण के लिए इस्तेमाल की गई कार जब्त कर ली.

अपहण/प्रतीकात्मक तस्वीर (फोटो क्रेडिट्स: फाइल फोटो)

कोटा, सात जनवरी. मध्य प्रदेश के एक गांव के 100 से अधिक लोगों के एक समूह ने राजस्थान से 38 आदिवासी महिलाओं और बच्चों को इस संदेह के आधार पर अगवा किया कि उनके यहां के पुरुष उनकी मोटरसाइकिल चुराने में शामिल थे। पुलिस ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी. हालांकि राजस्थान पुलिस इस अपराध के कुछ ही घंटों के भीतर बुधवार दोपहर को मध्य प्रदेश से अपहृत महिलाओं और बच्चों को छुड़ाने में कामयाब रही और छह अपहर्ताओं को गिरफ्तार कर उनके हथियार और गोला-बारूद और अपहरण के लिए इस्तेमाल की गई कार जब्त कर ली.

उनहेल थाने के एसएचओ भंवर सिंह ने बताया कि राजस्थान के झालवाड़ जिले के उनहेल थाना क्षेत्र में मध्य प्रदेश के रतलाम जिले के अलोट थाना अंतर्गत कलसिया गांव के लोगों ने आदिवासी महिलाओं के अंतरराज्यीय अपहरण का जघन्य अपराध किया. सिंह ने कहा कि कंजर जनजाति समुदाय के कई परिवार अपने पुलिस थाना क्षेत्र के अंतर्गत अंतरराज्यीय सीमा पर अस्थायी तंबूओं में रहते हैं. यह भी पढ़ें-मध्य प्रदेश में 'वसूली भाभी' बिजली चोरी और बिल वसूली में बनी मददगार

उन्होंने कहा कि इन जनजातीय लोगों पर अक्सर स्थानीय लोगों द्वारा क्षेत्र में विभिन्न अपराधों में शामिल होने की आशंका जतायी जाती है. उन्होंने कहा कि सामूहिक अपहरण के इस अपराध की घटना के पीछे का कारण पड़ोसी रतलाम जिले के कलसिया गांव से संबंधित किसी की मोटरसाइकिल की चोरी थी.

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