
नयी दिल्ली, एक अप्रैल सरकार ने मंगलवार को लोकसभा को अवगत कराया कि पिछले साल केरल के वायनाड जिले में हुए भूस्खलन में कुल 298 लोगों की मौत हुई थी।
गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने एक प्रश्न के लिखित उत्तर में कहा कि हालांकि केंद्र सरकार भूस्खलन सहित आपदाओं के कारण होने वाली मौतों/लापता व्यक्तियों का केंद्रीय डेटा नहीं रखती है, लेकिन केरल सरकार ने उन्हें बताया कि वायनाड में भूस्खलन के कारण कुल 298 लोगों की मौत हुई है।
राय ने कहा कि 32 लापता व्यक्तियों को मृत घोषित कर दिया गया है।
केंद्र द्वारा राज्य को दिए गए मुआवजे के बारे में पूछे जाने पर राय ने कहा कि अंतर-मंत्रालयी केंद्रीय टीम (आईएमसीटी) की एक रिपोर्ट के आधार पर, केंद्र सरकार ने 2024 के भूस्खलन, अचानक आई बाढ़ के लिए 153.47 करोड़ रुपये की राशि को मंजूरी दी बशर्ते राज्य आपदा मोचन निधि (एसडीआरएफ) खाते में उपलब्ध 50 प्रतिशत राशि समायोजित की जाए।
उन्होंने कहा कि इसके अलावा, वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए एसडीआरएफ में केरल सरकार को 388 करोड़ रुपये (291.20 करोड़ रुपये केंद्रीय हिस्सा और 96.80 करोड़ रुपये राज्य का हिस्सा) आवंटित किए गए हैं, जबकि केंद्रीय हिस्से की 145.60 करोड़ रुपये की किस्त 31 जुलाई, 2024 को जारी की गई।
मंत्री ने कहा कि केंद्रीय हिस्से की 145.60 करोड़ रुपये की दूसरी किस्त भी एक अक्टूबर, 2024 को राज्य को अग्रिम रूप से जारी कर दी गई।
उन्होंने कहा कि केरल के महालेखाकार ने एक अप्रैल, 2024 तक अपने एसडीआरएफ खाते में 394.99 करोड़ रुपये की शेष राशि की सूचना दी है।
उन्होंने कहा कि इस प्रकार, राहत कार्यों के लिए राज्य के एसडीआरएफ खाते में ‘पर्याप्त निधि’ उपलब्ध है।
पिछले साल 30 जुलाई को आई इस आपदा में अट्टामाला के कुछ हिस्सों के अलावा वायनाड के तीन गांवों--पुंचिरिमट्टम, चूरलमाला और मुंडक्कई का बड़ा हिस्सा तहस-नहस हो गया था।
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