नयी दिल्ली, 31 मार्च केंद्र सरकार के नव भारत साक्षर कार्यक्रम के तहत आयोजित पहली प्राथमिक साक्षरता और संख्यात्मक मूल्यांकन परीक्षा (एफएलएनएटी) में 22.70 लाख से अधिक शिक्षार्थियों ने भाग लिया, ताकि सफल होने पर उन्हें साक्षर घोषित किया जा सके। शिक्षा मंत्रालय ने यह जानकारी दी।
शिक्षा मंत्रालय के बयान के अनुसार, नव भारत साक्षर कार्यक्रम के तहत एफएलएनएटी का आयोजन 19 मार्च 2023 को देश के 10 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में किया गया था, ताकि नव-साक्षरों के प्राथमिक स्तर के पढ़ने, लिखने और संख्यात्मक कौशल का आकलन किया जा सके।
बयान के अनुसार, मध्य प्रदेश में 9,25,854 शिक्षार्थी उपस्थित हुए जिसमें 5,91,421 महिलाएं और 3,34,433 पुरुष हैं। मध्य प्रदेश के आदिवासी जिले झाबुआ में सबसे अधिक 58470 शिक्षार्थी परीक्षा में शामिल हुए।
राजस्थान में 5,48,352 शिक्षार्थी मूल्यांकन परीक्षा में शामिल हुए जिसमें 3,98,418 महिलाएं और 1,49,934 पुरुष शामिल हैं। तमिलनाडु में 5,28,416 शिक्षार्थी शामिल हुए जिसमें 4,36,020 महिलाएं और 92,371 पुरुष हैं। उत्तर प्रदेश में इस परीक्षा में कुल 1,46,055 शिक्षार्थी उपस्थित हुए।
वहीं, ओडिशा से 44,702, झारखंड से 48,691, पंजाब से 10,013, मेघालय से 3000 और चंडीगढ़ (केंद्र शासित प्रदेश) से 2,596 शिक्षार्थी एफएलएनएटी में उपस्थित हुए।
गौरतलब है कि नव भारत साक्षरता कार्यक्रम, भारत सरकार द्वारा अनुमोदित एक केंद्र प्रायोजित योजना है, जिसे वित्त वर्ष 2022-27 के दौरान कार्यान्वित किया जाएगा। इस योजना के लक्ष्य के अंतर्गत, देश के 15 वर्ष और उससे अधिक आयु के सभी गैर-साक्षर शामिल हैं, जिसमें महिलाओं और शैक्षिक रूप से पिछड़े राज्यों पर अधिक ध्यान दिया जाता है।
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)