नयी दिल्ली, सात जुलाई दिल्ली में मंगलवार को कोरोना वायरस से संक्रमण के 2,008 नये मामले सामने आए। इसके साथ ही राष्ट्रीय राजधानी में कुल कोविड-19 मरीजों की संख्या 1,02,83 हो गई है जिनमें से 3,165 लोगों की मौत हो चुकी है।
दिल्ली स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी बुलेटिन के मुताबिक, गत 24 घंटे में 50 लोगों की मौत हुई है।
सोमवार को दिल्ली में मामलों की कुल संख्या एक लाख के पार चली गई थी जो कि देश के किसी भी शहर से अधिक है। दिल्ली में इस दौरान 1,359 नए मामले सामने आए । हालांकि यह आंकड़ा 19 दिनों में सामने आए मामलों में सबसे कम रहा।
बुलेटिन के अनुसार, अबतक कोविड-19 संक्रमण के 74,217 मरीज स्वस्थ हो चुके है या अन्यत्र चले गये हैं। फिलहाल 25,449 मरीजों का उपचार चल रहा है। इनमें से 16,608 मरीज घरों में पृथक-वास में हैं।
वहीं, दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने मंगलवार को कहा कि राष्ट्रमंडल खेल गांव में स्थापित 500 बिस्तर वाली कोविड-19 देखभाल इकाई बुधवार से शुरू हो जाएगी।
दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल द्वारा इस इकाई का उद्घाटन किये जाने की उम्मीद है। इस कोविड-19 देखभाल केंद्र के खुलने से शहर में बेड की क्षमता बढ़ेगी।
मंगलवार को सिसोदिया ने इकाई का निरीक्षण किया और कहा कि इसे मात्र छह दिन में तैयार किया गया है।
उन्होंने एक ट्वीट में कहा कि पूर्वी दिल्ली में दिल्ली सरकार के 500 बिस्तर वाले कोविड-19 अस्पताल को मात्र छह दिन में तैयार किया गया है और यह बुधवार से शुरू हो जाएगा।
पूर्वी दिल्ली के जिला मजिस्ट्रेट अरुण कुमार मिश्रा ने कहा कि यह एक अत्याधुनिक इकाई है।
गत सप्ताह केजरीवाल और सिसोदिया ने इकाई का दौरा किया था और तैयारियों की समीक्षा की थी।
केजरीवाल ने दौरे के दौरान कहा था कि इस नयी इकाई को एलएनजेपी अस्पताल के साथ सम्बद्ध किया जाएगा। उन्होंने कहा था कि पुरुष यहां और महिलाओं के लिए अलग-अलग वार्ड होंगे। साथ ही चिकित्सकों और नर्स के लिए रहने का भी इंतजाम होगा।
इस बीच, दिल्ली सरकार के कोविड-19 निर्दिष्ट राजीव गांधी सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल को आईसीएमआर से 200 मरीजों पर प्लाज्मा थेरेपी करने की मंजूरी मिल गयी। वरिष्ठ अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
पूर्वी दिल्ली में स्थित यह अस्तपाल कोविड-19 केन्द्र घोषित किये जाने के बाद से एक हजार से अधिक रोगियों का इलाज कर चुका है।
अस्पताल के एक वरिष्ठ चिकित्सक ने कहा, ''हमें लगभग दस दिन पहले आईसीएमआर की मंजूरी मिल चुकी है। फिलहाल हमें 200 रोगियों पर प्लाज्मा थैरेपी करने की अनुमति है। इसकी शुरुआत करने से पहले हम सभी तरह के प्रबंध कर रहे हैं, लेकिन फिलहाल हमारे पास कर्मचारियों की कमी है।''
इस बीच, दिल्ली सरकार ने मंगलवार को राष्ट्रीय राजधानी में राज्य सरकार द्वारा संचालित अस्पताओं और निजी अस्पतालों को निर्देश दिए कि वे फ्लेक्स बोर्ड लगाकर कोविड-19 से उबर चुके लोगों को रक्त प्लाज्मा दान करने के लिए प्रेरित करें ताकि अन्य मरीजों की सहायता हो सके।
दिल्ली सरकार ने एक आदेश में कहा कि सभी अस्पतालों के प्रवेश द्वार पर इस तरह के बोर्ड लगाए जाएं।
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी इस बीमारी से ठीक हो चुके लोगों से कोविड-19 मरीजों की सहायता के लिए अपना रक्त प्लाज्मा दान देने की अपील की थी।
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)