जयपुर, 14 सितंबर राजस्थान के सबसे बड़े सवाई मानसिंह अस्पताल में स्मार्ट सिटी परियोजना के अंतर्गत लगभग 200 करोड़ रुपये की लागत का 15 मंजिला आईपीडी टावर और कार्डिअक सर्जरी (हृदय शल्य चिकित्सा) सेंटर विकसित किया जाएगा।
राजस्थान के चिकित्सा मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने बताया कि यहां मरीज को एक ही छत के नीचे परामर्श और जांच से लेकर ऑपरेशन सहित अन्य सभी सुविधाएं मुहैया करवाई जा सकेंगी।
उन्होंने बताया कि 1947 में बने सवाई मानसिंह अस्पताल में अत्याधुनिक सुविधाओं की काफी कमी महसूस की जा रही थी। वर्तमान में जहां कॉटेज वार्ड बने हुए हैं, वहां स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत 15 मंजिला आईपीडी टावर का निर्माण किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि इस टावर में 150 कॉटेज वार्ड बनाए जाएंगे, इसमें 100 क्यूबिकल और 50 वीआईपी कॉटेज होंगे।
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चिकित्सा मंत्री ने बताया कि इस बहुमंजिला टावर के एक मंजिल पर ही ऑपरेशन थियेटर, पोस्ट ऑपरेशन थियेटर, आईसीयू वार्ड, एमआरआई, सीटी स्कैन के उपकरण और डॉक्टरों के चैंबर भी होंगे।
उन्होंने कहा कि स्वायत्त शासन मंत्री ने आश्वस्त किया है कि इसके लिए 200 करोड़ रुपये का बजट तय किया गया है और आगे भी बजट की कोई कमी नहीं रहने दी जाएगी।
स्वायत्त शासन मंत्री शांतिलाल धारीवाल और चिकित्सा मंत्री डॉ. रघु शर्मा, स्मार्ट सिटी परियोजना के चेयरमेन भवानी सिंह देथा, मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य सुधीर भंडारी, अस्पताल अधीक्षक राजेश शर्मा व अन्य संबंधित चिकित्सकों और अधिकारियों ने सोमवार को सवाई मानसिंह अस्पताल का दौरा किया।
चिकित्सा मंत्री ने कहा कि अस्पताल में दुनिया की सर्वश्रेष्ठ तकनीक और उपकरणों का इस्तेमाल किया जाएगा। इसके अलावा अस्पताल स्थित शवगृह को भी आधुनिक स्वरूप दिया जाएगा। अस्पताल के उत्तर-पूर्व में स्थित कचराघर को भी हटाकर वहां सर्वधर्म प्रार्थना सभा का निर्माण किया जाएगा।
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