इजराइल द्वारा मानवीय क्षेत्र घोषित किए गए मुवासी नाम के इलाके में स्थित एक तंबू पर बृहस्पतिवार तड़के यह हमला हुआ, जहां हजारों विस्थापित लोग ठंड और बरसात से बचने के लिये तंबुओं में रह रहे हैं।
नासेर अस्पताल के अनुसार, इस घटना में तीन बच्चों, तीन महिलाओं और चार पुरुषों की मौत हो गई।
अस्पताल द्वारा दिये गये विवरण के अनुसार, मृतकों में गाजा पुलिस के महानिदेशक मेजर जनरल महमूद सलाह और उनके डिप्टी ब्रिगेडियर जनरल होसम शाहवान भी शामिल थे।
इजराइली सेना की तरफ से इस पर तत्काल कोई टिप्पणी नहीं की गयी है।
गाजा में हमास द्वारा संचालित सरकार में हजारों पुलिसकर्मी शामिल थे, जिन्होंने युद्ध शुरू होने से पहले उच्च स्तर की सार्वजनिक व्यवस्था बनाए रखी थी।
इजराइल द्वारा निशाना बनाए जाने के बाद कई क्षेत्रों में पुलिस बड़े पैमाने पर सड़कों से गायब हो गई है, जिससे कानून-व्यवस्था की स्थिति बिगड़ गई है।
यह युद्ध तब शुरू हुआ जब हमास के चरमपंथियों ने सात अक्टूबर 2023 को दक्षिणी इज़राइल पर हमला कर दिया जिसमें 1200 लोगों की मौत हो गई थी तथा उसने करीब 250 लोगों को अगवा कर लिया था। करीब 100 लोगों को हमास ने अब भी बंधक बनाया हुआ है।
स्थानीय स्वास्थ्य अधिकारियों के अनुसार, इजराइल के हवाई और जमीनी हमले में 45 हजार से अधिक फलस्तीनी मारे गए हैं। मंत्रालय का कहना है कि मरने वालों में आधे से अधिक महिलाएं और बच्चे हैं। अधिकारियों ने हालांकि यह नहीं बताया कि मरने वालों में कितने आम नागरिक थे और कितने लड़ाके।
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