यूक्रेन में स्थिति लगातार खराब होती जा रही है. इस बीच भारत अपने कई नागरिकों को सुरक्षित वापस ला चुका है और यह क्रम तेजी से जारी है. इस बीच विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा, लगभग सभी भारतीय यूक्रेन के खार्किव शहर से निकाले जा चुके है. उन्होंने बताया कि पिछले 24 घंटों में 15 फ्लाइट भारत पहुंचीं हैं जिनमें लगभग 2900 भारतीयों को निकाला गया है. ऑपरेशन गंगा के तहत 63 उड़ानें अब तक लगभग 13,300 भारतीयों को लेकर भारत पहुंचीं हैं. अगले 24 घंटों में 13 और फ्लाइट शेड्यूल हैं. Russia: रूसी सेना के बारे में गलत सूचना दी तो 15 साल तक की होगी जेल, क्रेमलिन ने कठोर कानून का किया समर्थन.
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने बताया कि समस्या सूमी में है. हम दोनों पक्षों से संघर्ष विराम के लिए दृढ़ता से आग्रह करते हैं, आशा है कि यह जल्द ही होगा क्योंकि गोलाबारी से जान जोखिम में पड़ सकती है. भारतीय छात्र कैंपस में सुरक्षित हैं... हमारी टीमें अब पूर्व की ओर बढ़ रही हैं...समस्या बढ़ रही है.
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने बताया कि हमारा मुख्य ध्यान अब सुमी पर है. चुनौती जारी है हिंसा और परिवहन की कमी है. हम संघर्ष विराम का आग्संरह करते हैं. भारत ने शनिवार को विविध माध्यमों से रूस एवं यूक्रेन दोनों से तत्काल संघर्षविराम करने को कहा है, ताकि संघर्ष वाले इलाकों से लोगों को सुरक्षित निकाला जा सके .
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने अपने बयान में कहा कि छात्रों को सुरक्षा संबंधी एहतियात बरतने, आश्रय स्थल के अंदर रहने तथा अनावश्यक खतरा मोल न लेने को कहा गया है. बागची ने शुक्रवार को कहा था कि सूमी में करीब 700 भारतीय फंसे हुए हैं.
उन्होंने कहा, ‘‘हमने अपने छात्रों से सुरक्षा संबंधी एहतियात बरतने, आश्रय स्थल के अंदर रहने तथा अनावश्यक खतरा (मोल) न लेने को कहा है.’’ बागची ने कहा कि विदेश मंत्रालय और भारतीय दूतावास छात्रों के साथ निरंतर सम्पर्क में है.
भारतीय दूतावास ने शनिवार को कहा कि वह पूर्वी यूक्रेन के शहर सूमी एवं पिसोचिन से भारतीय नागरिकों को सुरक्षित निकालने के लिए हरसंभव तरीके तलाश रहा है. दूतावास ने कहा कि वह यूक्रेन में फंसे भारतीयों को निकालने के लिए निकासी मार्गों की पहचान के वास्ते रेडक्रॉस सहित सभी संबंधित वार्ताकारों के संपर्क में है.
दूतावास ने कहा, “सूमी में फंसे भारतीय नागरिकों को सुरक्षित रूप से निकालने के लिए सभी संभव तरीके तलाश रहे हैं. रेडक्रॉस सहित सभी वार्ताकारों के साथ निकासी और उसके संभावित मार्गों की पहचान पर चर्चा की गई है.”
भारतीय दूतावास ने कहा, अनुमानित रूप से यूक्रेन में 2000 से 3000 के बीच भारतीय फंसे हो सकते हैं. “जब तक हमारे सभी नागरिकों को बाहर नहीं निकाल लिया जाता, तब तक नियंत्रण कक्ष सक्रिय रहेगा. सुरक्षित रहें, सशक्त बने रहें.”