Gita Oath in Australia: ऑस्ट्रेलिया में भगवद गीता पर शपथ लेकर वरुण घोष ने रचा इतिहास, जानें कौन हैं ये सीनेटर?
भारतीय मूल के ऑस्ट्रेलियाई सीनेटर वरुण घोष ने भगवद गीता पर हाथ रखकर शपथ ग्रहण कर इतिहास रच दिया है. सिडनी मॉर्निंग हेराल्ड की रिपोर्ट के अनुसार वरुण पहले बैरिस्टर थे.
ऑस्ट्रेलिया: भारतीय मूल के ऑस्ट्रेलियाई सीनेटर वरुण घोष ने भगवद गीता पर हाथ रखकर शपथ ग्रहण कर इतिहास रच दिया है. सिडनी मॉर्निंग हेराल्ड की रिपोर्ट के अनुसार वरुण पहले बैरिस्टर थे. अब वह सीनेटर पैट डॉडसन द्वारा छोड़ी गई सीनेट सीट को भरेंगे. डॉडसन ने कैंसर के इलाज के लिए इस्तीफा दिया था.
ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री एंथनी अल्बानीज ने लेबर पार्टी कॉकस के नए सदस्य का स्वागत करते हुए कहा कि वरुण घोष पश्चिमी ऑस्ट्रेलिया के लिए एक "शानदार आवाज" होंगे. अल्बानीज ने कहा, "मुझे आपकी उम्मीदवारी का समर्थन करने में बहुत खुशी हुई और मैं यह भी कहना चाहता हूं कि आपके पास बड़ी जिम्मेदारी है."
कौन हैं वरुण घोष?
1985 में जन्मे वरुण घोष वर्तमान में फ्रांसिस बर्ट चेम्बर्स में बैरिस्टर के रूप में कार्यरत हैं. उन्होंने वाणिज्यिक और प्रशासनिक कानून के साथ-साथ औद्योगिक संबंधों और रोजगार कानून में भी काम किया है. घोष के माता-पिता, दोनों पेशे से डॉक्टर, 1980 के दशक में भारत से ऑस्ट्रेलिया चले गए थे. श्री घोष 17 साल की उम्र में पर्थ में लेबर पार्टी में शामिल हो गए.
उनके पास पश्चिमी ऑस्ट्रेलिया विश्वविद्यालय (यूडब्ल्यूए) से कानून और कला में सम्मान की डिग्री है, जहां उन्होंने गिल्ड परिषद में अध्यक्ष और गिल्ड सचिव के रूप में कार्य किया है. घोष के पास यूके के कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय से कानून में मास्टर डिग्री भी है.
अपनी नई भूमिका के बारे में बात करते हुए, घोष ने एक बयान में कहा, "मुझे अच्छी शिक्षा का सौभाग्य मिला है और मैं दृढ़ता से मानता हूं कि उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा और प्रशिक्षण सभी के लिए उपलब्ध होना चाहिए."
घोष का स्वागत करते हुए, ऑस्ट्रेलिया की विदेश मंत्री पेनी वोंग ने कहा कि वह "अपने समुदाय और पश्चिमी ऑस्ट्रेलियाई लोगों के लिए एक मजबूत आवाज" होंगे. वोंग ने शपथ ग्रहण समारोह की तस्वीरें साझा करते हुए ट्विटर पर लिखा, "पश्चिमी ऑस्ट्रेलिया के हमारे सबसे नए सीनेटर वरुण घोष का स्वागत है. सीनेटर घोष भगवद गीता पर शपथ ग्रहण करने वाले पहले ऑस्ट्रेलियाई सीनेटर हैं. मैंने अक्सर कहा है कि जब आप किसी चीज में सबसे पहले होते हैं, तो आपको यह सुनिश्चित करना होगा कि आप आखिरी नहीं हैं. मुझे पता है कि सीनेटर घोष अपने समुदाय और पश्चिमी ऑस्ट्रेलियाई लोगों के लिए एक मजबूत आवाज होंगे. लेबर सीनेट टीम में आपका होना शानदार है."