चीन से पैसे कमाने के लिए कंगाल पाकिस्तान बढ़ा रहा है गधों की संख्या, ये है वजह
पाकिस्तान ऐसा इसलिए कर रहा है क्योकि उसे अपनी अर्थव्यवस्था में सुधार लाना है. दरअसल विदेशों में और खासकर चीन में गधों की खासा डिमांड है. ऐसा इसलिए क्योकि गधे की खाल से जिलेटिन बनता है और इसका इस्तेमाल स्वास्थ्य क्षेत्र में किया जाता है.
पाकिस्तान में एक बार फिर गधों की संख्या में इजाफा हुआ है. हाल ही में किए गए सर्वे के मुताबिक कुछ सालों में पाकिस्तान में गधों की संख्या में भारी इजाफा हुआ है जिसके चलते वह विश्व का तीसरा देश बन गया है. गधों के मामले में सबसे पहला देश चीन है वहां गधों की संख्या विश्व में सबसे ज्यादा है. पाकिस्तान ने खुद अपने आर्थिक सर्वेक्षण में ये खुलासा किया है. रिपोर्ट के मुताबिक 2016 में पाकिस्तान में 51 लाख गधे थे, जो 2017 में बढ़कर 52 लाख हो गए. पूरे पाकिस्तान में गधों की तादाद दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है. मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो पाकिस्तान ऐसा इसलिए कर रहा है क्योकि उसे अपनी अर्थव्यवस्था में सुधार लाना है.
दरअसल विदेशों में और खासकर चीन में गधों की खासा डिमांड है. ऐसा इसलिए क्योकि गधे की खाल से जिलेटिन बनता है और इसका इस्तेमाल स्वास्थ्य क्षेत्र में किया जाता है. बता दें कि, ऐसा पहली बार नहीं है जब गधों को लेकर पाकिस्तान सुर्खियों में आया हो बल्कि इससे पहले भी पाकिस्तान ऐसी खबरों के चलते सुर्खियों में रह चुका है। इस खबर से सोशल मीडिया पर पाकिस्तान का काफी मजाक भी बनाया जा रहा है. पाकिस्तान में गधों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है. वर्तमान में पाकिस्तान में गधों की संख्या 5.3 मिलियन के आंकड़े को पार कर चुकी है. यह भी पढ़ें- कंगाल पाकिस्तान को सता रहा है विद्रोह का डर, बागी न हों सैनिक इसलिए लगाई सोशल मीडिया पर लगाया बैन
पाकिस्तान में गधा पालन के लिए कई योजनायें भी चलाई जा रही है. इसके साथ ही स्थानीय प्रशासन ने गधों को बीमारी से महफूज रखने के लिए हॉस्पिटल भी खोल रखा है. जहां पर पशु चिकित्सक न सिर्फ बीमार गधों का मुफ्त इलाज करते हैं बल्कि उनको सेहतमंद रखने के लिए दवाइयां भी देते हैं.
पाकिस्तान में गधों की कीमत 35 हजार से 50 हजार तक होती है.