Russia Ukraine War: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने रूस यात्रा के दूसरे दिन राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ शिखर वार्ता में हिस्सा लिया. इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि युद्ध के मैदानों से शांति का रास्ता नहीं निकलता है. बम, बंदूक और गोलियों के बीच शांति नहीं आ सकती. इस पर पुतिन ने कहा कि आप यूक्रेन संकट का जो हल निकालने की कोशिश कर रहे हैं. इसके लिए हम आपके आभारी हैं. इस बीच यूक्रेन ने दावा किया है कि बीते सोमवार को रूसी सैनिकों ने उनके देश में कई मिसाइल हमले किए. इस दौरान उन्होंने बड़े शहरों और कीव में स्थित एक बच्चों के अस्पताल को अपना टारगेट बनाया. इन हमलों में कुल 38 लोग मारे गए, जिनमें से तीन बच्चे थे. इसके अलावा 190 लोग गंभीर रूप से घायल भी हुए. इनमें 13 बच्चे शामिल हैं.
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने कहा कि दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र के नेता को ऐसे दिन मास्को में दुनिया के सबसे खूनी अपराधी को गले लगाते देखना, एक बहुत बड़ी निराशा और शांति प्रयासों के लिए विनाशकारी झटका है.
मोदी-पुतिन की मुलाकात पर क्या बोले यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की?
In Ukraine today, 37 people were killed, three of whom were children, and 170 were injured, including 13 children, as a result of Russia’s brutal missile strike.
A Russian missile struck the largest children's hospital in Ukraine, targeting young cancer patients. Many were… pic.twitter.com/V1k7PEz2rJ
— Volodymyr Zelenskyy / Володимир Зеленський (@ZelenskyyUa) July 8, 2024
'रूसी मिसाइल हमले में अब तक 38 लोग मारे गए'
The rescue operation after yesterday's Russian missile attack continues.
As of now, 38 people have been reported dead, including four children. My condolences to all the families and friends affected by this tragedy.
190 people were injured and are receiving assistance. There… pic.twitter.com/T7kfLkggKx
— Volodymyr Zelenskyy / Володимир Зеленський (@ZelenskyyUa) July 9, 2024
जेलेंस्की ने 'एक्स' पर लिखा कि कल के रूसी मिसाइल हमले के बाद बचाव अभियान जारी है. अब तक 38 लोगों की मौत की खबर है, जिनमें चार बच्चे शामिल हैं. इस हमले में 190 लोग घायल हुए हैं और उन्हें सहायता मिल रही है. कीव में 64 लोग, क्रिवी रीह में 28 और द्निप्रो में 6 लोग अस्पताल में भर्ती हैं. ओखमतदित के सभी रोगियों को अन्य चिकित्सा संस्थानों में स्थानांतरित कर दिया गया है. इस त्रासदी से प्रभावित सभी परिवारों और दोस्तों के प्रति मेरी संवेदनाएं हैं. कुछ क्षेत्रों में जहां मिसाइलें गिरीं, रात भर बचाव अभियान जारी रहा. इस रेस्क्यू ऑपरेशन में लगभग 400 बचावकर्मी शामिल थे. मैं उन सभी का आभारी हूं, जो हमारे लोगों को बचा रहे हैं.
जेलेंस्की ने आगे कहा कि हम रूसी आतंक से अपने शहरों और समुदायों की सुरक्षा बढ़ाने के लिए अपना काम जारी रखते हैं और आगे कड़ा निर्णय लेंगे. दुनिया के पास इसके लिए आवश्यक ताकत है. मैं उन सभी नेताओं का भी धन्यवाद करता हूं, जिन्होंने हमारा समर्थन किया. रूसी आतंक से लोगों की जान बचाने के लिए हम नए संयुक्त कदम तैयार कर रहे हैं.