Sinicization Movement in China: मस्जिदों से गुंबद और इस्लामी प्रतीकों को तेजी से हटा रहा चीन, जानें क्या है ड्रैगन की नापाक साजिश!
चीन ने देशभर में हजारों मस्जिदों से गुंबद की छतें हटाने की प्रक्रिया तेज कर दी है. इसी साल सितंबर में चीनी अधिकारियों ने चीन के उत्तर-पश्चिमी शहर शिनिंग (Xining) में स्थित ऐतिहासिक डोंगगुआन मस्जिद (Dongguan Mosque) का रूप बदल कर रख दिया है.
बीजिंग: चीन (China) ने देशभर में हजारों मस्जिदों (Mosques) से गुंबद की छतें हटाने की प्रक्रिया तेज कर दी है. इसी साल सितंबर में चीनी अधिकारियों ने चीन के उत्तर-पश्चिमी शहर शिनिंग (Xining) में स्थित ऐतिहासिक डोंगगुआन मस्जिद (Dongguan Mosque) का रूप बदल कर रख दिया है. चीन ने इस 700 साल पुरानी मस्जिद को फिर से तैयार किया है. मस्जिद को बौद्ध प्रतीकों के साथ पुनर्निर्मित किया गया था. मस्जिद को अब बिना गुंबदों वाले चीनी शाही महल की शैली में बनाया गया है. गौरतलब है कि शिनिंग चीन के किंघई प्रांत (Qinghai Province) की राजधानी है. चीन को अगला दलाई लामा चुनने का कोई अधिकार नहीं है: तवांग बौद्धमठ के प्रमुख
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, चीन शहर की अन्य मस्जिदों को भी बिना गुंबदों के पुनर्निर्मित कर रहा है. अमेरिका के फ्लोरिडा और वॉशिंगटन में सर्वाधिक प्रसारित होने वाले नेशनल पब्लिक रेडियो (एनपीआर) न्यूज ने मस्जिद के बाहर एक फल विक्रेता के हवाले से बताया कि चीनी सरकार मस्जिदों को राजधानी बीजिंग के तियानमेन स्क्वायर (Tiananmen Square) की तरह बनाना चाहती है.
चीनी अधिकारियों का मानना है कि गुंबद विदेशी धार्मिक प्रभाव के प्रमाण हैं. शिनिंग की 16 प्रतिशत आबादी स्थानीय हुई मुस्लिम (Hui Muslim) समुदाय की है. मस्जिद के गुंबदों को हटाने की वजह से मुस्लिम समुदाय नाराज हो गया है. ब्रिटेन में चीन में मिशन की उप प्रमुख क्रिस्टीना स्कॉट (Christina Scott) ने डोंगगुआन मस्जिद की पुरानी और नई तस्वीरें ट्वीट कीं है, जिसमें मस्जिद का गुंबद नजर नहीं आ रहा है.
चीन अपने यहां शिनजियांग प्रांत में मुस्लिम उइगर आबादी के उत्पीड़न को लेकर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आलोचनाओं का सामना करता रहा है. बीते महीने ही अमेरिका में एक मुस्लिम नागरिक अधिकार समूह ने ‘हिल्टन’ के होटलों के बहिष्कार का आह्वान किया था. चीन में उइगर समुदाय की मस्जिद को तोड़कर उसके स्थान पर होटल बनाने की कथित योजना के बाद यह कदम उठाया गया था.
आलोचकों का कहना है कि यह अभियान सांस्कृतिक नरसंहार के बराबर है, जिसमें उइगरों को ‘‘पुनः शिक्षा शिविरों’’ में हिरासत में रखना और मस्जिदों तथा अन्य सांस्कृतिक स्थलों को नष्ट करना शामिल है. चीन के शिनजियांग क्षेत्र में 2017 के बाद से दो साल में 36 मस्जिदों और धार्मिक स्थलों को गिराया गया है.