Children Killed in Gaza: इजरायल और हमास की जंग पिछले 16 दिनों से जारी है. दोनों ही देशों में अबतक हजारों लोग मारे गए है. इस जंग में बच्चे बुरी तरह प्रभावित हुए हैं. इजरायल और फिलिस्तीन दोनों ही जगह बड़ी संख्या में बच्चों की मौत हुई है. सोशल मीडिया पर कई तस्वीरें और वीडियो वायरल हो रहे हैं. फिलिस्तीनी स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि गाजा में मारे गए बच्चों की संख्या बढ़कर 1,873 हो गई है.
वहीं, इजरायल के इतिहास में ये अब तक का सबसे घातक हमला है. इस हमले में करीब 1,400 लोग मारे गए हैं, साढ़े 3 हजार घायल हुए हैं और 200 नागरिकों को हमास के लड़ाकों ने बंधक बना लिया है. हालांकि, इजरायली सरकार ने बच्चों को लेकर कोई आंकड़ा जारी नहीं किया है. ये भी पढ़ें- VIDEO: 'इस लड़की को वापस कमरे में ले जाओ, ये रेप के लिए है...' गाजा में हमास की दरिंदगी का वीडियो आया सामने
A Palestinian child in Gaza🇵🇸, injured by US-UK-EU-armed Israeli airstrikes asks a doctor if he will survive his injuries
Death toll: 3478+, 12,065+ injured in Gaza pic.twitter.com/C8UstgSVtW
— Going Underground (@GUnderground_TV) October 19, 2023
यह जंग सात अक्टूबर को शुरू हुई, जिसके बाद से इजरायल और फिलिस्तीन में बच्चों के खिलाफ बड़े पैमाने पर गंभीर उल्लंघन की जानकारियां सामने आई हैं. बच्चों की हत्या, अपंगता और किडनैपिंग की रिपोर्ट है.
BREAKING: Palestinian health ministry says number of children killed in Gaza has risen to 1,873
— The Spectator Index (@spectatorindex) October 22, 2023
ऐसा नहीं है कि इसी जंग में बच्चों को टारगेट किया जा रहा है. बल्कि हर संघर्ष या जंग में बच्चों को निशाना बनाया जाता है. मौजूदा समय में 10 सबसे खतरनाक कॉन्फ्लिक्ट जोन में सीरिया ऐसा देश है, जहां मरने वालों में हर दूसरा बच्चा होता है. वहीं सोमालिया में हर तीन मौतों में से एक बच्चे की होती है. माली और बुर्किना फासो में हर 6 मरने वालों में से 1 और कॉन्गो में हर 8 मरने वालों में 1 बच्चा होता है.
This man was killed while holding his daughter. #Gaza pic.twitter.com/JYyILQDrxQ
— Muhammad Smiry 🇵🇸 (@MuhammadSmiry) October 22, 2023
हालिया सालों में बच्चे और भी ज्यादा सॉफ्ट टारगेट हो गए हैं, क्योंकि दुनियाभर में संघर्ष बढ़ रहे हैं. इस वजह से मौतों की संख्या भी बढ़ गई हैं. 2022 में करीब 2.38 लाख मौतें हुई थीं. ये आंकड़ा 28 साल में सबसे ज्यादा है. सबसे ज्यादा मौतें इथियोपिया, यूक्रेन, मेक्सिको, कॉन्गो, माली, यमन, सोमालिया, नाइजीरिया और म्यांमार में हुईं.