
हाल ही में रूस ने यूक्रेन पर एक बड़ा हमला करके 'ऑपरेशन स्पाइडर वेब' का करारा जवाब दिया है. इस हमले में रूस ने कई तरफ से एक साथ बैलिस्टिक मिसाइलें और ड्रोन दागे. रिपोर्टों के मुताबिक, यह हमला काफी सोची-समझी रणनीति के साथ किया गया था, जिसमें रूस ने एक ही समय में कई ठिकानों को निशाना बनाया.
सीएनएन की रिपोर्ट के अनुसार, यूक्रेनी वायुसेना ने बताया कि रूस ने कई दिशाओं से मिसाइलों और ड्रोनों से यूक्रेन पर हमला किया. ये जानकारी वायुसेना ने अपने ऑफिशियल टेलीग्राम चैनल पर शेयर की. हमले के दौरान राजधानी कीव में कई जगहों पर धमाके हुए और आग लग गई.
कीव सिटी मिलिट्री एडमिनिस्ट्रेशन के चीफ तिमुर त्काचेंको के मुताबिक, गिरते मलबे और ड्रोन हमलों से कई इमारतों में आग लग गई. त्काचेंको ने आरोप लगाया कि रूस ने रिहायशी इलाकों को निशाना बनाया, जिससे सोलोम्यांस्की जिले की एक ऊंची इमारत को काफी नुकसान हुआ.
कीव के मेयर विताली क्लित्सको ने भी होलोसीवस्की और डारनित्स्की जिलों में आग लगने की पुष्टि की. उन्होंने बताया कि राजधानी के ओबोलोन इलाके में यूक्रेनी वायु रक्षा प्रणाली एक्टिव कर दी गई है. क्लित्सको ने टेलीग्राम पर अलर्ट जारी करते हुए कहा कि राजधानी पर हमला जारी है और लोगों से शेल्टर में रहने और सतर्क रहने की अपील की.
यूक्रेन ने किया था रूस पर बड़ा हमला
दरअसल, हाल ही में यूक्रेन की स्पेशल फोर्स ने रूस पर ताबड़तोड़ हवाई हमले किए थे. यूक्रेन ने रूस के हवाई ठिकानों को निशाना बनाया था और जमीन पर मौजूद 41 रूसी बमवर्षक विमानों को तबाह कर दिया था. अनुमान है कि रूस के 30 फीसदी से ज़्यादा बमवर्षक बेड़े जैसे टीयू-95, टीयू-22 और ए-50 हवाई रडार को यूक्रेन के ड्रोन हमलों से नुकसान हुआ था. अब रूस ने अपने इस नुकसान का बदला ले लिया है. यूक्रेन की तरफ से ये हमले ऐसे समय में किए गए थे, जब वह रूस के साथ जंग के चौथे साल में है और 2 जून को इस्तांबुल में रूस और यूक्रेन के बीच शांति वार्ता के दूसरे दौर से ठीक पहले इन्हें अंजाम दिया गया था. इससे पहले 16 मई को दोनों पक्षों के बीच कैदियों की सबसे बड़ी अदला-बदली हुई थी.
रूस ने किया था बदले का ऐलान
यूक्रेन के इस हमले के बाद रूस के राष्ट्रपति पुतिन के करीबी और रूस के पूर्व राष्ट्रपति दिमित्री मेदवेदेव ने टेलीग्राम पर एक पोस्ट में लिखा था कि जो लोग चिंतित हैं और बदले का इंतजार कर रहे हैं, उन्हें चिंतित होना चाहिए - यह एक सामान्य व्यक्ति की भावना है. प्रतिशोध अवश्य होगा. मेदवेदेव के इस बयान से साफ था कि रूस इस हमले को हल्के में नहीं लेगा और इसका जवाब देने की पूरी तैयारी कर रहा था.