फीनिक्स: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) ने अवैध प्रवासियों को ‘सैंचुरी सिटीज (Century City)’ भेजने का जो विचार पेश किया है उसे भले ही डेमोक्रेट्स के खिलाफ प्रतिशोध के रूप में देखा जा रहा हो लेकिन इससे शरणार्थियों को देश में जड़े जमाने और रहने में मदद मिल सकती है. ट्रंप ने एक ट्वीट में कहा था कि वह इन शरणार्थियों को सैंचुरी सिटीज में भेजने पर गंभीरता से विचार कर रहे हैं.
‘सैंचुरी सिटीज’ वे शहर हैं, जहां के स्थानीय प्रशासन ने ट्रंप की कठोर आव्रजन नीतियों का विरोध किया है और अवैध शरणार्थियों को प्रत्यर्पण के लिए सौंपने से इंकार कर दिया है. ये शहर खास तौर पर डेमोक्रेट्स प्रतिनिधित्व वाले क्षेत्र हैं. छोटे शहरों के मुकाबले इन स्थानों पर शरणार्थियों और प्रवासियों की मदद के लिए ज्यादा संसाधन हैं ताकि वह अमेरिका में रहने के लिए अपनी कानूनी लड़ाई लड़ सकें.
देश में शरणार्थियों और प्रवासियों की लड़ाई लड़ने वाले ज्यादातर समूह सैन फ्रांसिस्को, न्यूयॉर्क सिटी और शिकागो में है. हालांकि इन शहरों में जीवन यापन का खर्चा ज्यादा आएगा. सिराक्यूज यूनिवर्सिटी के ट्रांजेक्शनल रिकॉर्ड एक्सेस क्लियरिंगहाउस ने इस सप्ताह की शुरुआत में घोषणा की कि विश्लेषकों ने पाया है कि इन शहरों में उन शहरों के मुकाबले शरणार्थी और प्रवासियों के गिरफ्तार होने की संभावना 20 फीसदी कम है, जहां इस तरह की शरणार्थी नीति नहीं है.
ट्रंप ने शुक्रवार को कहा, ‘‘ डेमोक्रेट्स हमारे खतरनाक आव्रजन कानून में बदलाव लाने के लिए तैयार नहीं हैं . इस तथ्य को ध्यान में रखते हुए हम वास्तव में सभी अवैध प्रवासियों को सैंचुरी सिटीज में भेजने पर विचार कर रहे हैं.’’