SCO Summit: शी जिनपिंग से बोले PM मोदी, कहा-बातचीत का माहौल नहीं बना पाया पाकिस्तान, आतंक पर ले तुरंत एक्शन
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को कहा कि पाकिस्तान (Pakistan) को आतंकवाद के खिलाफ ठोस कार्रवाई करनी चाहिए, जिसका असर भारत से शांतिपूर्ण द्विपक्षीय संबंध बनाने के माहौल पर पड़ रहा है. इस मुद्दे के चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ बैठक के दौरान सामने आने पर मोदी ने यह बात कही. चीन लगातार भारत और पाकिस्तान (PAK) के संबंधों को बेहतर बनाने की पहल करने के लिए कहता रहा है.
बिश्केक (किर्गिस्तान). प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने गुरुवार को कहा कि पाकिस्तान (Pakistan) को आतंकवाद के खिलाफ ठोस कार्रवाई करनी चाहिए, जिसका असर भारत (India) से शांतिपूर्ण द्विपक्षीय संबंध बनाने के माहौल पर पड़ रहा है. इस मुद्दे के चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग (Chinese President Xi Jinping) के साथ बैठक के दौरान सामने आने पर मोदी ने यह बात कही. विदेश सचिव विजय गोखले ने मोदी व शी (Xi Jinping) के बीच मुलाकात के बाद मीडिया से कहा कि प्रधानमंत्री (PM Modi) ने कहा कि भारत (India) ने पाकिस्तान (Pakistan) के साथ सौहार्दपूर्ण संबंध बनाने के प्रयास किए थे, लेकिन उसे पटरी से हटा दिया गया. मोदी (Modi) व शी (Xi Jinping) ने शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) शिखर सम्मेलन से इतर बैठक की.
जब यह पूछा गया कि क्या मोदी व शी के बीच वार्ता के दौरान पाकिस्तान व आतंकवाद के मुद्दे सामने आए तो गोखले ने कहा, "इस पर संक्षिप्त चर्चा हुई." यह भी-SCO Summit: पीएम नरेंद्र मोदी ने की चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मुलाकात, दोनों देशों के रिश्ते को मजबूत बनाने को लेकर हुई चर्चा, देखें वीडियो
विदेश सचिव ने कहा कि प्रधानमंत्री (PM Modi) ने कहा कि भारत की स्थिति लगातार यही बनी हुई है कि वह पाकिस्तान (Pakistan) के साथ शांतिपूर्ण संबंध चाहता है. मोदी (PM Modi) ने शी से कहा कि पाकिस्तान (Pakistan) को 'आतंक से मुक्त माहौल बनाने की जरूरत है, लेकिन अभी तक हम ऐसा होते नहीं देख रहे हैं.'
यह स्पष्ट संदेश मोदी (PM Modi) द्वारा चीन (China) को इस पृष्ठभूमि में दिया गया जिसमें चीन लगातार भारत और पाकिस्तान (PAK) के संबंधों को बेहतर बनाने की पहल करने के लिए कहता रहा है. चीन (China) अपने को पाकिस्तान (Pakistan) का सदाबहार दोस्त मानता है.
ज्ञात हो कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) के लगातार दूसरी बार सत्ता में आने के बाद यह पहली बहुपक्षीय बैठक है. भारत 2005 से एससीओ में एक पर्यवेक्षक रहा है और समूह की मंत्री स्तरीय बैठकों में भाग लिया है. भारत और पाकिस्तान (Pakistan) को 2017 में एससीओ की स्थायी सदस्यता दी गई थी. एससीओ की स्थापना 2001 में शंघाई में हुई थी. एससीओ (SCO) अभी दुनिया की आबादी के लगभग 42 प्रतिशत और वैश्विक जीडीपी के 20 प्रतिशत का प्रतिनिधित्व करता है.
(IANS इनपुट के साथ)