पाकिस्तानी लड़कियों की तस्करी के आरोप में 13 चीनी नागरिक सहित 17 गिरफ्तार
प्रतीकात्मक तस्वीर (Photo Credit- Pixabay)

लाहौर: पाकिस्तानी लड़कियों को कथित तौर पर बहला-फुसलाकर उनसे फर्जी शादी करने और फिर चीन ले जाकर उन्हें वेश्यावृत्ति में धकेल देने के मामले में 13 चीनी नागरिकों सहित कुल 17 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. पाकिस्तान की संघीय जांच एजेंसी (एफआईए) ने मंगलवार को सात लोगों को गिरफ्तार किया। इनमें तीन चीनी नागरिक हैं. ये लोग एक मानव तस्करी गिरोह के सदस्य हैं.

जियो न्यूज की खबर के अनुसार एफआईए रावलपिंडी ने इन लोगों को गिरफ्तार किया जिसका सरगना एक चीनी नागरिक है. इससे पहले सोमवार को एक महिला सहित कम से कम 10 चीनी नागरिकों को गिरफ्तार किया गया था.

एफआईए ने सोमवार को एक महिला सहित आठ चीनी नागरिकों को गिरफ्तार किया, जबकि दो चीनी नागरिकों को उस समय गिरफ्तार किया गया जब लाहौर से करीब 150 किलोमीटर दूर फैसलाबाद में एक शादी हो रही थी. एफआईए पंजाब के निदेशक तारिक रुस्तम ने पीटीआई से कहा, ‘‘वेश्यावृत्ति के उद्देश्य से पाकिस्तानी लड़कियों को तस्करी कर चीन ले जाने के मामले में सोमवार को हमने सात चीनी पुरुषों के साथ एक चीनी महिला को गिरफ्तार किया.’’

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एजेंसी इन खबरों के बाद हरकत में आई कि चीनी नागरिक अंगों की खरीद-फरोख्त और पाकिस्तानी लड़कियों, ज्यादातर ईसाई समुदाय से, को शादी कर चीन ले जाने के बाद जबरन वेश्यावृत्ति के धंधे में धकेलने जैसे कृत्यों में लिप्त हैं. रुस्तम ने बताया कि इन चीनी नागरिकों का सरगना कैंडिस भी गिरफ्तार लोगों में शामिल है. वह पिछले एक साल से लाहौर हवाईअड्डे के पास रह रहा था.

उन्होंने कहा, ‘‘लड़कियों को चीनी नागरिकों द्वारा लाहौर में किराए पर लिए गए मकानों में ले जाया जाता था. चीन जाने से पहले और शादी के दस्तावेज पूरे होने के बाद उन्हें चीनी भाषा सिखाई जाती थी. चीन में लड़कियों को जबरन वेश्यावृत्ति में धकेल दिया जाता था.’’ रुस्तम ने कहा, ‘‘पिछले कुछ साल में चीन ले जाई गई लड़कियों से संबंधित आंकड़े एकत्र किए जा रहे हैं. उनकी संख्या सैकड़ों में हो सकती है.’’ उन्होंने कहा कि गिरफ्तार चीनी नागरिकों से पूछताछ की जा रही है और उम्मीद है कि अपराध में शामिल सभी लोग गिरफ्तार होंगे.