इस्लामाबाद: पाकिस्तान के गिलगिट-बाल्टिस्तान क्षेत्र में लड़कियों के 14 स्कूलों में आगजनी के मुख्य संदिग्ध को रविवार को तलाशी अभियान के दौरान मार गिराया गया. पुलिस प्रवक्ता ने 'डॉन न्यूज' से कहा कि दिआमेर जिले के चिलास, दरेल व तंगेर तहसीलों के स्कूलों में शुक्रवार देर रात 2.30 बजे से 3 बजे के बीच आगजनी करने की घटना के पीछे मुख्य संदिग्ध शफीक का हाथ है. शफीक का किसी आतंकवादी संगठन से कोई संबंध नहीं है.
पुलिस ने आगजनी के आरोपियों की तलाश के लिए शनिवार रात दिआमेर के विभिन्न इलाकों में छापेमारी शुरू की. अब तक 18 संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया है.
आगजनी हमले में जिन स्कूलों को निशाना बनाया गया है, उसमें आठ सरकारी स्कूल जबकि अन्य चार स्कूल गैर लाभकारी रूप से दूरवर्ती व पहाड़ी क्षेत्र में चल रहे थे, जो अफगानिस्तान, चीन व जम्मू एवं कश्मीर सीमा से सटे थे.प्रत्येक स्कूल में औसतन 200 से 300 लड़कियां थीं. इस तरह क्षेत्र के स्कूलों में कुल 3,500 लड़कियां थीं.
गौरतलब है कि साल 2004 में भी आधे दर्जन स्कूलों में आग लगा दी गई थी। साल 2011 और 2015 में भी चरमपंथियों ने लड़कियों के स्कूलों को निशाना बनाया था.