इस्लामाबाद, 5 नवंबर : वित्त मंत्री इशाक डार ने एक बयान में कहा कि पाकिस्तान को चीन और सऊदी अरब से 13 अरब डॉलर के वित्तीय पैकेज का आश्वासन मिला है, जिसमें 5.7 अरब डॉलर का कर्ज शामिल है, जो भंडार और रुपये को स्थिर करने में मदद करेगा. द एक्सप्रेस ट्रिब्यून ने बताया कि 13 अरब डॉलर का पैकेज वित्त वर्ष 2022-23 के लिए पाकिस्तान की अनुमानित सकल बाहरी वित्तपोषण आवश्यकताओं के 38 प्रतिशत के बराबर है. इसका भौतिककरण डिफॉल्ट के खतरे को समाप्त कर सकता है. अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) कई शर्तों को लागू करने के बावजूद एक बड़े वित्तीय पैकेज के साथ नहीं आया है.
डार ने बीजिंग से लौटने के एक दिन बाद पत्रकारों के एक समूह को बताया कि पाकिस्तान ने चीन से 7.3 अरब डॉलर का कर्ज रोलओवर और 1.5 अरब डॉलर का नया कर्ज मांगा, जिसे चीनी प्रीमियर ने पूरा करने का आश्वासन दिया था. पाकिस्तान ने चीन से कुल 8.8 अरब डॉलर का कर्ज मांगा है. डार ने खुलासा किया कि उन्होंने अपने सऊदी समकक्ष से 4.2 बिलियन डॉलर के नए ऋण के लिए भी अनुरोध किया. यह भी पढ़ें : Elon Musk पर भड़के बाइडेन, बोले- पूरी दुनिया में झूठ फैलाता है ट्विटर
उन्होंने कहा, सऊदी के वित्त मंत्री ने भी 'सकारात्मक मंजूरी' दी. द एक्सप्रेस ट्रिब्यून की रिपोर्ट के अनुसार, चीनी और सऊदी वित्तीय सहायता का संचयी मूल्य पाकिस्तान की अनुमानित सकल बाहरी वित्तपोषण आवश्यकताओं के 38 प्रतिशत को कवर करेगा. डार ने कहा कि रुपये का वास्तविक मुद्रास्फीति-समायोजित मूल्य 200 पीकेआर से एक डॉलर के नीचे था, जिससे बिना किसी खास कोशिश के स्थानीय मुद्रा का मजबूत मूल्य देखने की उम्मीद है.