स्टॉकहोम: जलवायु और नवोन्मेष का संबंध आर्थिक वृद्धि से स्थापित करने वाले अमेरिकी अर्थशास्त्री विलियम नॉर्डहॉस और पॉल रोमर को इस वर्ष के अर्थशास्त्र के नोबल पुरस्कार के लिए चुना गया है. यह पुरस्कार देने वाली समिति ने सोमवार को इन दोनों अर्थशास्त्रियों के नाम की घोषणा की. पुरस्कार देने वाली रॉयल स्वीडिश एकेडमी ऑफ साइंसेस ने एक बयान में यह जानकारी दी. बयान के अनुसार नॉर्डहॉस येल विश्वविद्याल में प्रोफेसर हैं, जबकि रोमर न्यूयॉर्क विश्वविद्यालय के स्टर्न स्कूल ऑफ बिजनेस जुड़े हुए हैं.
अमेरिकी अर्थशास्त्री विलियम नॉर्डहॉस ने अपने शोध में यह बताया है कि ग्रीन हाउस गैस उत्सर्जन के कारण होने वाली समस्याओं के लिए सबसे प्रभावी उपाय सभी देशों पर समान रूप से लगाए गए कार्बन करों की वैश्विक योजना है.
Watch the announcement of the 2018 Sveriges Riksbank Prize in Economic Sciences in Memory of Alfred Nobel.
Presented by Göran K. Hansson, Secretary General of The Royal Swedish Academy of Sciences. pic.twitter.com/y7G5cobP1b
— The Nobel Prize (@NobelPrize) October 8, 2018
वहीं पॉल रोमर ने अपने शोध में यह बताया है कि विचारों का संचय दीर्घकालिक आर्थिक विकास को कैसे बनाये रखता है. उन्होंने दिखाया कि कैसे आर्थिक बल नये विचारों और नवाचारों का उत्पादन करने के लिए फर्मों की इच्छा को नियंत्रित करता है.
नोबेल पुरस्कार देने का निर्णय रॉयल स्वीडिश अकेडमी ऑफ साइंसेज करती है. इसके तहत 10.1 लाख अमेरिकी डॉलर की पुरस्कार की राशि ज्यादा से ज्यादा तीन वैज्ञानिकों में साझा की जा सकती है.