नेपाल में कई चीनी कंपनियां विकास के काम में जुटीं, दोनों देशों के बीच आदान-प्रदान जारी
चीन और नेपाल (Photo Credits: Twitter)

बीजिंग, 5 जुलाई: नेपाल में कोविड-19 (Covid-19) महामारी के दौर में 'बेल्ट एंड रोड' परियोजनाओं के निर्माण में जुटे चीनी पूंजी वाले उद्योगों ने नेपाल को सहायता दी है. इसी तरह चीन की कई कंपनियां में विकास के काम में जुटी हैं. चीन और नेपाल की संयुक्त पूंजी वाली कंपनी हिमालय एयरलाइंस की स्थापना 2014 में हुई, जिसका मुख्यालय काठमांडू में है. महामारी के मुकाबले के दौरान हिमालय एयरलाइंस नेपाल और चीन के बीच चिकित्सा सामग्रियों की आवाजाही वाले दायित्व उठाता है.

इस कंपनी के अध्यक्ष चाओ एनयोंग ने कहा कि हिमालय एयरलाइंस ने वायु रेशम मार्ग स्थापित किया. महामारी चीन और नेपाल के बीच आदान-प्रदान और संपर्क को नहीं रोक सकती. उन्हें आशा है कि इस हवाई रेशम मार्ग के माध्यम से चीनी और नेपाली जनता के बीच मैत्री ज्यादा मजबूत होगी. त्रिभुवन अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा नेपाल में एक मात्र अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा है, महामारी के पूर्व यहां रोज 500 से अधिक विमान आते-जाते थे. लम्बे समय में इस हवाई अड्डे की मरम्मत नहीं हुई, जिससे सुरक्षा का खतरा मौजूद है.

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साल 2018 के अंत में चीनी विमानन प्रौद्योगिकी इंटरनेशनल इंजीनियरिंग कंपनी ने त्रिभुवन हवाइ अड्डे के रनवे और चिकनी सड़क की मरम्मत कार्य शुरू किया और एक साल बाद यानी 2019 के अंत में पूरा कार्य समाप्त किया, जो अनुबंध अवधि से 128 दिन पहले थे. महामारी की वजह से हवाई अड्डे की मरम्मत कार्य में रुकावट आयी. जून में नेपाल सरकार ने चरणबद्ध लॉकडाउन हटाया. चीनी विमानन प्रौद्योगिकी इंटरनेशनल इंजीनियरिंग कंपनी की नेपाली शाखा ने सुरक्षा की गारंटी की पूर्व शर्त पर कामकाज और उत्पादन को बहाल किया. लक्ष्य है कि नेपाली लोग शीघ्र ही चीनी पूंजी वाले उद्योगों से रोजगार की प्राप्ति कर सकेंगे.

नेपाल की राजधानी काठमांडू में पेय-जल अभाव मुद्दे के समाधान के लिए पॉवरचाइना कंपनी ने अक्तूबर 2019 में मेलामची पानी सप्लाई परियोजना का कार्यान्वयन शुरू किया. वर्तमान में इस कंपनी के वैज्ञानिक और सुव्यवस्थित बंदोबस्त से महामारी की रोकथाम व नियंत्रण और कामकाज व उत्पादन के स्थिर विकास को आगे बढ़ाया जा रहा है. इस परियोजना से संबंधित चीनी उप मैनेजर वांग वेइ के मुताबिक, महामारी की रोकथाम, उस पर अंकुश लगाने के साथ-साथ परियोजना के निर्माण कार्य को भी अच्छी तरह किया जा रहा है. लक्ष्य है कि काठमांडू और आसपास के शहरों के नागरिकों को शीघ्र ही स्वच्छ जल मुहैया करवाया जाएगा.