न्यूयॉर्क: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने मंगलवार को कहा कि महात्मा गांधी (Mahatma Gandhi) ने लोगों की आंतरिक शक्ति को बाहर लाने में मदद की और उन्हें अपने दर्शन से प्रेरित किया, यहां तक कि उन लोगों को भी प्रेरित किया जो उनसे कभी नहीं मिले थे. प्रधानमंत्री ने कहा कि मार्टिन लूथर किंग जूनियर और नेल्सन मंडेला की नीतियां गांधी के दृष्टिकोण पर आधारित थीं. यूएनजीए में 'समकालीन विश्व में महात्मा गांधी की प्रासंगिकता' विषय पर एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी भारत के स्वतंत्रता आंदोलन का केंद्र थे लेकिन उनका दर्शन सिर्फ इस तक ही सीमित नहीं था. प्रधानंमत्री ने कहा, "उन्होंने लोगों की आंतरिक शक्ति को बाहर लाने में मदद की और उन्हें प्रेरित किया और भले ही वह स्वतंत्रता संग्राम में नहीं लगे थे लेकिन उन्होंने स्वराज और आत्मनिर्भरता के लिए अपना जीवन बिताया। उनका दृष्टिकोण हमारे सामने है."
उन्होंने कहा कि चाहे वह स्वच्छ भारत मिशन हो या डिजिटल इंडिया, लोग अब इन अभियानों को खुद आगे बढ़ा रहे हैं. मोदी ने कहा कि महात्मा गांधी कभी भी किसी राजनीतिक पद पर काबिज नहीं हुए फिर भी वे दुनिया भर के लोगों को प्रेरित करते हैं. मोदी ने अन्य नेताओं के साथ संयुक्त रूप से संयुक्त राष्ट्र के मुख्यालय में सौलर पैनलों का और न्यूयॉर्क में गांधी शांति पार्क का उद्घाटन किया. इस अवसर पर संयुक्त राष्ट्र द्वारा महात्मा गांधी पर एक डाक टिकट जारी किया गया. यह भी पढ़े: पीएम मोदी की विदेश नीति लायी रंग, माइक पोम्पियो बोले-भारत के साथ मजबूत संबंध स्थापित करना चाहता है अमेरिका
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस और कई राष्ट्राध्यक्ष, जिनमें बांग्लादेशी प्रधानमंत्री शेख हसीना, भूटानी प्रधानमंत्री लोटे त्शेरिंग, दक्षिण कोरियाई राष्ट्रपति मून जे-इन, सिंगापुर के प्रधानमंत्री ली सियन लूंग, न्यूजीलैंड की प्रधानमंत्री जेसिंडा अर्डर्न और जमैका के प्रधानमंत्री एंड्रयू माइकल होलनेस इस अवसर पर उपस्थित थे