पाकिस्तान में जासूसी के लिए ब्रिगेडियर और डाक्टर को मिली मौत की सजा, लेफ्टिनेंट जनरल को 14 वर्ष की हुई जेल
प्रतीकात्मक तस्वीर (Photo Credit- Pixabay)

इस्लामाबाद :  पाकिस्तान सेना के तीन स्टार वाले एक सेवानिवृत्त जनरल को जासूसी के आरोपों में 14 वर्ष के सश्रम कारावास और एक सेवानिवृत्त ब्रिगेडियर को मौत की सजा सुनाई गई है. सैन्य अदालतों ने बृहस्पतिवार को इन सजाओं की घोषणा की. सेना की मीडिया इकाई इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (आईएसपीआर) ने एक बयान जारी करके बताया कि एक संवेदनशील संगठन से जुड़े एक डॉक्टर को भी ऐसे ही आरोपों में मौत की सजा सुनाई गई है.

बयान में कहा गया है कि पाकिस्तानी सेना के प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा ने राष्ट्रीय सुरक्षा को ताक पर रखकर विदेशी एजेंसियों को संवेदनशील सूचनाएं देने/ जासूसी के आरोप में इन अधिकारियों को दी गई सजा का समर्थन किया.

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एक्सप्रेस ट्रिब्यून की खबर के अनुसार आईएसपीआर द्वारा इन अधिकारियों की पहचान लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) जावेद इकबाल, ब्रिगेडियर (सेवानिवृत्त) राजा रिजवान और डॉक्टर वसीम अकरम के रूप में की गई है. लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) इकबाल को 14 वर्ष के कठोर कारावास, जबकि ब्रिगेडियर (सेवानिवृत्त) रिजवान को मौत की सजा सुनाई गई है.