कौन है किम यो-जोंग? तानाशाह किम जोंग उन के बाद संभाल सकती हैं उत्तर कोरिया की कमान
किम यो-जोंग (Photo Credits: Getty Images)

दुनियाभर में उत्तर कोरिया (North Korea) के तानाशाह किम जोंग-उन (Kim Jong Un) के स्वास्थ्य को लेकर अलग-अलग दावे किए जा रहे है. हालांकि पड़ोसी देश दक्षिण कोरिया ने साफ कहा है कि उत्तर कोरिया में कोई असामान्य संकेत नहीं दिख रहा है. लेकिन उत्तर कोरियाई शासक क‍िम के गंभीर रूप से बीमार होने की खबरों का आने का सिलसिला जारी है. इस बीच किम जोंग उन की बहन किम यो-जोंग (Kim Yo-Jong) को उत्तर कोरिया के अगले शासक के तौर पर देखा जा रहा है.

सनकी शासक के तौर पर दुनियाभर में पहचाने जाने वाले किम जोंग-उन की 31 वर्षीय बहन किम यो-जोंग को 11 अप्रैल को उत्तर कोरिया के पोलित ब्यूरो (Politburo) में अल्टरनेट सदस्य के रूप में दोबारा शामिल किया गया. किम की छोटी बहन ना केवल उत्तर कोरिया में बल्कि बाहर भी अपने देश का प्रतिनिधित्व कर चुकी हैं. यही वजह है कि उत्तर कोरिया में किम यो-जोंग को दूसरा सबसे अहम और शक्तिशाली चेहरा माना जाता है. उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन की हालात गंभीर, हार्ट सर्जरी के बाद जान खतरे में: अमेरिकी मीडिया रिपोर्ट्स

किम यो-जोंग को हनोई शिखर सम्मेलन के दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ वार्ता सफल नहीं होने के चलते सजा के रूप में अप्रैल 2019 में पोलित ब्यूरो से हटा दिया गया था. पोलित ब्यूरो उत्तर कोरिया का सबसे शक्तिशाली निर्णय लेने वाला निकाय माना जाता है. किम यो-जोंग ने साल 2018 प्योंगचांग ओलंपिक (Pyeongchang Olympics) के दौरान दक्षिण कोरिया में उत्तर कोरियाई प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व किया था. लेकिन असली सवाल यह है किम यो-जोंग कौन है?

किम की बहन और सत्तारूढ़ पार्टी की वरिष्ठ अधिकारी किम यो-जोंग उत्तर कोरिया के पूर्व नेता किम जोंग-इल (Kim Jong-il) की सबसे छोटी बेटी हैं और उत्तर कोरिया के संस्थापक किम इल-सुंग (Kim Il-sung) की पोती है. उसके शुरुआती जीवन के बारे में बहुत कुछ ज्ञात नहीं है सिवाय इसके कि उसने स्विट्जरलैंड में पढ़ाई की. वह अपने पिता जोंग-इल के अंतिम संस्कार के दौरान पहली बार सार्वजनिक तौर पर नजर आई थीं. तब से वह सत्ता में तेजी से बढ़ी है. अपने भाई की के विश्वसनीय सहयोगी होने के साथ उन्होंने कई प्रतिष्ठित पदों की जिम्मेदारी संभाली. किम के स्वास्थ्य से जुड़ी खबरों के बीच उत्तर कोरिया में कोई संदिग्ध गतिविधि नहीं: दक्षिण कोरिया

किम जोंग और डोनाल्ड ट्रंप की हनोई शिखर सम्मेलन में मुलाकात के दौरान किम यो-जोंग ने अहम जिम्मेदारी निभाई थी. उन्होंने इस दौरान सुनिश्चित किया तह कि उनका भाई जासूसों से सुरक्षित रहे. तब जोंग ने अपने भाई के सिगरेट के राख तक को एकत्र करवाया था, इससे कोई भी खुफिया एजेंसी किम जोंग-उन के डीएनए के बारे में या स्वास्थ्य की जानकारी इकठ्ठा नहीं कर सके.