![Israel Sirens Sounding: इजराइल पर फिर हुआ हमला! तटीय क्षेत्रों में बजने लगा रॉकेट सायरन, IDF ने जारी किया अलर्ट Israel Sirens Sounding: इजराइल पर फिर हुआ हमला! तटीय क्षेत्रों में बजने लगा रॉकेट सायरन, IDF ने जारी किया अलर्ट](https://hist1.latestly.com/wp-content/uploads/2024/04/Israil-Gaza-Hamas-War-380x214.jpg)
आज सुबह इजराइल के तटीय क्षेत्रों में रॉकेट सायरन की आवाजें गूंज रही हैं. यह अलर्ट खासतौर पर हाइफा, हेडेरा, जिस्र अल-जुर्का, ज़िचरॉन याकोव, और कैसरिया जैसे क्षेत्रों में सक्रिय हुआ है.
इस तरह की घटनाएं इजराइल के लिए कोई नई बात नहीं हैं, लेकिन जब भी सायरन बजते हैं, तो यह वहां रहने वाले लोगों के लिए चिंता का कारण बन जाता है. रॉकेट सायरन का अर्थ होता है कि आसमान में खतरा मंडरा रहा है, और लोग तुरंत अपने-अपने सुरक्षित स्थानों पर जाने का प्रयास करते हैं.
यह स्थिति तनावपूर्ण होती है, क्योंकि यह नागरिकों को एक बार फिर से उस डर का सामना करने के लिए मजबूर करती है, जो कि लगातार बढ़ते तनाव और संघर्ष के बीच उनका जीवन बन गया है. इजराइल की सुरक्षा बलें ऐसी घटनाओं का सामना करने के लिए हमेशा तैयार रहती हैं, लेकिन नागरिकों को भी सुरक्षा के नियमों का पालन करना चाहिए.
🚨Sirens sounding along Israel’s coast🚨 pic.twitter.com/ebdBsj0vNT
— Israel Defense Forces (@IDF) October 6, 2024
इस समय, सभी निवासियों से अपील की गई है कि वे ध्यानपूर्वक रहें और सरकार के निर्देशों का पालन करें. सुरक्षा विभाग नागरिकों की सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए हर संभव कदम उठा रहा है.
मध्य पूर्व में लंबे समय से चल रही 'व्यापक युद्ध' की आशंका अब वास्तविकता में बदल चुकी है. इजरायल पर फिलिस्तीनी संगठन हमास के हमले को एक साल होने वाला है, जबकि हालिया घटनाक्रमों ने तनाव को और बढ़ा दिया है. लेबनानी संगठन हिज्बुल्लाह के प्रमुख हसन नसरल्लाह की इजरायली हमले में हत्या के बाद इजरायल ने लेबनान पर जमीनी आक्रमण शुरू किया.
ईरान ने भी अपनी प्रतिक्रिया देते हुए इजरायल पर लगभग 180 मिसाइलें दागी हैं. ईरान के रिवॉल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स ने हमास और हिज्बुल्लाह के नेताओं की हत्या के जवाब में इस हमले को अंजाम दिया. ईरान के विदेश मंत्री ने कहा है कि आगे कोई भी इजरायली हमले का जवाब अधिक शक्तिशाली होगा.
अमेरिका ने इजरायल का समर्थन किया है, जबकि इजरायल ने ईरान को चेतावनी दी है कि उसने एक बड़ी गलती की है. पूर्व इजरायली राजदूत ने कहा कि इजरायल अपने अस्तित्व की लड़ाई लड़ रहा है. विश्लेषकों का मानना है कि यह युद्ध ईरान और इजरायल दोनों के लिए अस्तित्व का सवाल बन गया है.
हाल ही में लेबनान में हुए धमाकों ने स्थिति को और गंभीर बना दिया है. इजरायल और हिज्बुल्लाह के बीच झड़पें तेज हो गई हैं, जिससे इस क्षेत्र में स्थिरता की कोई संभावना नहीं दिखाई दे रही है. अब स्थिति यह है कि युद्ध को रोकने के लिए कोई गंभीर प्रयास नहीं किए जा रहे हैं.
इस समय सभी की निगाहें इस बात पर हैं कि आगे क्या होगा, और दोनों पक्ष कब तक पीछे हटेंगे.