नई दिल्ली. श्रीलंका में रविवार को ईस्टर के मौके पर हुए 8 सिलसिलेवार विस्फोटों में मृतकों की संख्या बढ़कर 321 तक पहुंच गई है. वहीं धमाके में मरने वाले भारतीयों की संख्या 10 हो गई है. मरने वाले 10 लोगों में से 6 लोग जेडीएस (जनता दल सेक्युलर) के नेता हैं जो बेंगलुरू में चुनाव संपन्न होने के बाद छुट्टी मनाने श्रीलंका गए थे. बताना चाहते है कि 300 में से कुल 45 लोग विदेशी हैं, जिनकी मौत हुई है. श्रीलंका में आज संसद का विशेष सत्र बुलाया गया है, इस सत्र में मृतकों को श्रद्धांजलि दी जाएगी. आज ही देश में शोक दिवस भी मनाया जा रहा है.
इसी बीच कोल्लुपिटिया रेलवे स्टेशन पर संदिग्ध पैकेट मिला है जिसके बाद बम निरोधक दस्ता वहां पहुंचा. हालांकि पुलिस ने बाद में कंफर्म किया कि वहां कुछ भी संदिग्ध नहीं था. यह भी पढ़े-श्रीलंका सीरियल ब्लास्ट: 8 भारतीयों सहित 290 लोगों की मौत, हमले के लिए मुस्लिम संगठन को ठहराया गया जिम्मेदार
वहीं श्रीलंका ने इस हमले के लिए एक स्थानीय मुस्लिम संगठन को जिम्मेदार ठहराया है और कहा कि यह बड़ी खुफिया चूक है. राष्ट्रपति मैत्रीपाला सिरिसेना ने घोषणा की वे दूसरे देशों से सहयोग चाहते हैं ‘क्योंकि खुफिया रिपोर्ट ने स्थानीय आतंकवादियों के साथ ही विदेशी आतंकवादियों के शामिल होने की बात कही है.’
Reuters: Islamic State claims responsibility for Sri Lanka bombings through its Amaq news agency. pic.twitter.com/Rus0kDmbJv
— ANI (@ANI) April 23, 2019
ज्ञात हो कि जिन 10 भारतीयों की इस आतंकी हमले में मौत हुई है, उसमें कर्नाटक के रहने वाले दो जेडीएस कार्यकर्ता भी शामिल हैं. कर्नाटक के सीएम एच.डी. कुमारस्वामी ने ट्वीट कर इस बात की जानकारी दी थी कि उनके 8 कार्यकर्ता श्रीलंका में लापता हैं, जिसमें से 2 की मौत की पुष्टि की जा चुकी है. यह भी पढ़े-श्रीलंका सीरियल ब्लास्ट: हमले में मारे गए डेनमार्क के सबसे अमीर व्यक्ति के 3 बच्चे, मशहूर फैशन टायकून हैं आंद्रेस होस्च पोवसेन
कोलंबो में पुलिस ने पेट्टा के मुख्य बस स्टेशन से सोमवार को 87 डोटेनेटर बरामद किए. इसके अलावा सुरक्षा बल जब एक बम को निष्क्रिय कर रहे थे तब वह सेंट एंथनी चर्च के समीप फट गया जिससे इलाके में अफरा-तफरी मच गई. भंडारनायके अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के पास भी एक बम मिला जिसे निष्क्रिय किया गया. इस घटना की भयावहता को देखते हुए राहत और बचाव कार्यों में भारत भी मदद दे रहा है.
राष्ट्रपति मैत्रीपाला सिरिसेना ने इस बीच घोषणा की वे दूसरे देशों से सहयोग चाहते हैं 'क्योंकि खुफिया रिपोर्ट ने स्थानीय आतंकवादियों के साथ ही विदेशी आतंकवादियों के शामिल होने की बात कही गयी है.'
गौरतलब है कि ईस्टर त्योहार के मौके पर श्रीलंका की राजधानी कोलंबो, कैंडी समेत कई शहर में कुल 8 धमाके हुए थे. घायलों की संख्या 500 के करीब बताई जा रही है. श्रीलंका ने इस हमले को एक बड़ी चूक माना है और इसके लिए विदेशी आतंकियों को जिम्मेदार ठहराया है. श्रीलंका की सरकार की ओर से इस हमले का जिम्मेदार श्रीलंकाई मुस्लिम ग्रुप नेशनल तौहीद जमात (एनटीजे) को ठहराया गया है.