तेहरान: अमेरिकी एयर स्ट्राइक (US Air Strike) के बाद ईरान (Iran) ने मस्जिद-ए-जामकरन Jamkaran Mosque) के ऊपर लाल झंडा (Red Flag) फहराकर जंग का ऐलान कर दिया है. दरअसल, अमेरिकी एयर स्ट्राइक में ईरान के दूसरे सबसे ताकतवर नेता और कुद्स सेना के कमांडर कासिम सुलेमानी (Qasem Soleimani) की हत्या के बाद से मध्य-पूर्व में तनाव बढ़ गया है. ऐसे हालात में लाल झंडा फहराना जंग के ऐलान का प्रतीक है. खबरों के मुताबिक ऐसा पहली बार हुआ है जब ईरान ने मस्जिद के ऊपर लाल झंडा फहराया है. बता दें कि शनिवार देर रात इराक की राजधानी बगदाद में मौजूद अमेरिकी ठिकानों पर मोर्टार और रॉकेट से हमला हुआ है. हालांकि इस दौरान किसी के हताहत होने की खबर नहीं है, लेकिन ईराक द्वारा मस्जिद पर लाल झंडे का फहराना ऐलान ए जंग का प्रतीक माना जा रहा है.
आमतौर पर जामकरन मस्जिद के डोम पर धार्मिक झंडे ही फहराए जाते हैं, ऐसे में धार्मिक झंडे को हटाकर लाल झंडा फहराने को कासिम सुलेमानी की मौत का बदला लेने के लिए ईरान की ओर से युद्ध के ऐलान का संकेत माना जा रहा है. हालांकि इससे पहले ईरान और इराक के बीच युद्ध के दौरान भी लाल झंडा नहीं फहराया गया था.
ईरान ने मस्जिद पर फहराया लाल झंडा
Red Flag has been hoisted in the mosque Jamakran.
World War 3 is near to begin
May Allah save us from destruction 🙏🏻#Soleimani #WorldWarThree #Iraq #Solemani #baghdad pic.twitter.com/lHnw1bf21z
— Faizan Abbas (@thefaizaanabbas) January 4, 2020
सूत्रों के अनुसार, इराक की राजधानी बगदाद के ग्रीन जोन में अमेरिकी दूतावास पर रॉकेट से हमला किया गया है, लेकिन अभी तक किसी के हताहत होने की कोई खबर नहीं है. बता दें कि अमेरिकी एयर स्ट्राइक में ईरान के टॉप कमांडर जनरल कासिम सुलेमानी की हत्या के बाद अमेरिकी दूतावास पर यह हमला हुआ है. यह भी पढ़ें: इराक: बगदाद में अमेरिकी दूतावास पर दागे 2 रॉकेट, सैन्य बेस पर भी हमला
अमेरिकी एयर स्ट्राइक में कासिम सुलेमानी की हत्या के बाद ईरान सेना के एक वरिष्ठ कमांडर ने ऐलान किया कि उनकी मौत का बदला जरूर लिया जाएगा. उन्होंने कहा कि अमेरिका से बदला लेने के लिए सही जगह और सही वक्त का इंतजार किया जाएगा.
गौरतलब है कि शुक्रवार को लेबनान नेता सैयद हसन नसरल्ला ने कहा था कि उनकी ताकतवर शिया सेना कासिम सुलेमानी के रास्ते पर आगे बढ़ेगी. उन्होंने कहा कि अमेरिका इस गुनाह को अंजाम देने के बाद अपने मंसूबों में कामयाब नहीं हो पाएगा. वहीं हिजबुल्ला के एक नेता मोहम्मद राद ने कहा है कि अमेरिका ने सुलेमानी की हत्या करके बहुत बड़ी गलती की है और इसका खामियाजा उसे आने वाले दिनों में भुगतना पड़ेगा.