हमास चीफ इस्माइल हानिया की हत्या के बाद ईरान के क़ोम स्थित जामकरान मस्जिद के गुंबद पर एक लाल झंडा फहराया गया है. यह लाल झंडा प्रतिशोध का प्रतीक माना जाता है, जो तनाव के चरम पर होने और इजरायल से बदला लेने का संकेत देता है. इस्माइल हानिया ईरान में नए राष्ट्रपति मसूद पेजेश्कियान के शपथ ग्रहण समारोह के लिए गए इरान पहुंचे थे. जहां एयरस्ट्राइक कर इजरायल ने इस्माइल हनिया को मौत के घाट उतार दिया.
हानिया की हत्या से ठीक पहले उनकी मुलाकात सुप्रीम लीडर अयातुल्लाह अली खामेनेई से हुई थी, जिसकी तस्वीरें भी सामने आई थीं. खामेनेई मीडिया द्वारा एक वीडियो भी साझा किया गया था, जिसमें हनिया को सुप्रीम लीडर से मिलते और गले मिलते हुए दिखाया गया था. इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (IRGC) द्वारा हनिया की हत्या की निंदा करते हुए एक बयान भी जारी किया गया. ईरानी सेना ने इस हत्या को "आपराधिक और कायरतापूर्ण" करार दिया है.
BREAKING;
Iran raised the red flag of Revenge on the dome of the Jamkaran mosque. pic.twitter.com/8oM5pYC8s4
— Globe Eye News (@GlobeEyeNews) July 31, 2024
गाजा में असफलता छिपाने के लिए इज़राइल का हमला!
रिवोल्यूशनरी गार्ड का कहना है कि इज़राइल ने गाजा में अपनी असफलता को छिपाने और दुनिया का ध्यान भटकाने के लिए हनिया की हत्या की है, जहां अत्याधुनिक हथियारों से सुसज्जित इज़रायली सेना 9 महीने से युद्ध जीतने में नाकाम रही है. बयान में कहा गया कि इस तरह का कृत्य करके, इज़राइल गाजा में बच्चों, महिलाओं और बुजुर्गों की मौतों से ध्यान भटकाना चाहता है.
❗️🇮🇷⚔️🇮🇱 - A red flag was raised at the Jamkaran Mosque in Iran.
The last times this happened were on January 3, 2020, after the death of Qasem Soleimani, and on January 5, 2024, after the Kerman bombing.
Based on the nature of the various official statements, especially from… pic.twitter.com/jGpsZAbSi4
— 🔥🗞The Informant (@theinformant_x) July 31, 2024
जहां इज़राइल अत्याधुनिक तकनीक से लैस हथियारों का उपयोग कर रहा है, वहीं हमास छिटपुट हथियारों का उपयोग कर रहा है. IRGC के एक अन्य बयान में भी इस्माइल हनिया की हत्या की निंदा की गई.
हनिया का अंतिम संस्कार तेहरान में होगा
बताया जा रहा है कि हनिया उत्तरी तेहरान में अपने घर में थे, जब इज़रायली सेना ने हमला किया, जिसमें वह और उनके कुछ करीबी मारे गए. इज़राइल ने अपने बयान में इस पर कड़ा विरोध जताया है. बताया जा रहा है कि हनिया का अंतिम संस्कार तेहरान, ईरान में किया जाएगा. इसके बाद उनके शव को दोहा, कतर भेजा जाएगा, जहां उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा.