इंडोनेशिया में आज 3 बार फटा माउंट लेवोटोबी लाकी-लाकी ज्वालामुखी, 8,200 मीटर ऊंचा उठा राख का गुब्बार

जकार्ता, इंडोनेशिया: दक्षिण-मध्य इंडोनेशिया के फ्लोरेस द्वीप पर स्थित माउंट लेवोटोबी लाकी-लाकी ज्वालामुखी शुक्रवार को तीन बार फटा, जिससे 8,200 मीटर (26,200 फीट) ऊंचा राख का विशाल स्तंभ आसमान में उठा. इस विस्फोट के बाद अधिकारियों ने ज्वालामुखी के आसपास के खतरे के क्षेत्र को बढ़ा दिया है. हालांकि, अब तक निकासी (evacuation) की स्थिति पर कोई स्पष्ट जानकारी उपलब्ध नहीं हो सकी है.

बढ़ा खतरे का स्तर, सतर्कता बढ़ाई गई

माउंट लेवोटोबी लाकी-लाकी ज्वालामुखी, जो इंडोनेशिया के पूर्व नुसा तेंगारा प्रांत में स्थित है, पिछले सात दिनों में लगातार सैकड़ों भूकंपों और बढ़ती ज्वालामुखीय गतिविधियों का केंद्र बना हुआ था. इसके चलते अधिकारियों ने विस्फोट का अलर्ट स्तर सबसे ऊंचे स्तर तक बढ़ा दिया है और खतरे के क्षेत्र को 7 किलोमीटर (4.5 मील) से बढ़ाकर 8 किलोमीटर (5 मील) कर दिया है.

हवाई यातायात प्रभावित

इस ज्वालामुखी विस्फोट के कारण कई एयरलाइनों ने ऑस्ट्रेलिया और इंडोनेशिया के प्रमुख पर्यटन स्थल बाली के बीच उड़ानें रद्द कर दी हैं. साथ ही, अन्य अंतरराष्ट्रीय और घरेलू उड़ानों में भी देरी हो रही है.

बारिश के कारण लावा प्रवाह का खतरा

इंडोनेशिया की भूविज्ञान एजेंसी ने निवासियों को सतर्क रहने की चेतावनी दी है, क्योंकि भारी बारिश होने से ज्वालामुखी से निकलने वाला लावा नदी के माध्यम से बह सकता है, जिससे आसपास के क्षेत्रों में गंभीर खतरा उत्पन्न हो सकता है.

इंडोनेशिया में सैकड़ों सक्रिय ज्वालामुखी हैं और यह क्षेत्र "रिंग ऑफ फायर" (प्रशांत महासागर के चारों ओर भूकंप और ज्वालामुखी गतिविधियों से प्रभावित क्षेत्र) में स्थित है, जिससे इस तरह की घटनाएं आम होती हैं.