India-Pakistan Tension: पाकिस्तान फिर से भारत को लेकर घबराहट दिखा रहा है. पहलगाम हमले के बाद वहां के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने दावा किया है कि भारत किसी भी वक्त पाकिस्तान पर कार्रवाई कर सकता है. एक टीवी डिबेट में उन्होंने भारत के सेना प्रमुख के बयान का हवाला देते हुए कहा कि पाकिस्तान इस चेतावनी को हल्के में नहीं ले सकता. आसिफ ने यह भी आरोप लगाया कि अफगानिस्तान के रास्ते होने वाली घुसपैठ में भारत की भूमिका रहती है और इस हालात पर कई खाड़ी देश भी चिंता जाहिर कर चुके हैं.
भारत के कड़े बयान का हवाला
कुछ दिन पहले भारतीय सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने साफ कहा था कि अगर पाकिस्तान कोई हरकत करता है तो उसे वैसी ही भाषा में जवाब मिलेगा. उन्होंने यह भी दोहराया कि हाल में चलाया गया ऑपरेशन सिंदूर सिर्फ एक झलक थी. बस इसी बयान ने पाकिस्तान सरकार में हलचल बढ़ा दी और उसके मंत्री फिर से भारत पर आरोप लगाने लगे.
दो मोर्चों पर उलझने का डर
ख्वाजा आसिफ ने इंटरव्यू में कहा कि पाकिस्तान को एक साथ भारत और अफगानिस्तान के मोर्चे पर चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है. उनका कहना था कि भारत ऐसी स्थिति का फायदा उठा सकता है. उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि भारत चाहता ही नहीं कि पाकिस्तान और अफगानिस्तान के रिश्ते बेहतर हों. आसिफ ने जोर देकर कहा कि पाकिस्तान भारत पर कभी भरोसा नहीं कर सकता और सीमा पार से हमला होने का खतरा हमेशा बना रहता है.
विदेश नीति पर भी बोले आसिफ
पाकिस्तानी मंत्री ने अपनी विदेश नीति को लेकर भी कई दावे किए. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान मिडिल ईस्ट में सक्रिय भूमिका निभाना चाहता है और गाजा मुद्दे पर अंतरराष्ट्रीय बलों के साथ काम करने के लिए तैयार है. साथ ही उन्होंने अब्राहम समझौते को लेकर साफ शब्दों में कहा कि जब तक दो-राज्य समाधान लागू नहीं होता, पाकिस्तान अपना रुख नहीं बदलेगा.
पाकिस्तान की सरकार पर उठे सवाल
इस बीच पाकिस्तान के अंदर से ही उसकी नीतियों पर बड़े आरोप सामने आए हैं. खैबर पख्तूनख्वा के मुख्यमंत्री सोहेल अफरीदी ने खुलासा किया कि कई कथित आतंकी हमले असल में फर्जी होते हैं जिनका फायदा केंद्र सरकार उठाती है. उन्होंने इस्लामाबाद पर आरोप लगाया कि वह जानबूझकर खैबर क्षेत्र में अशांति बनाए रखता है ताकि अपने राजनीतिक हित साध सके.
अफरीदी के गंभीर आरोप
अफरीदी ने कहा कि अफगान सीमा से सटे इलाकों में बढ़ती हिंसा कोई अचानक नहीं है, बल्कि कुछ शक्तिशाली गुट अस्थिरता से फायदा उठाते हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि पाकिस्तान आर्मी ने पश्तून तहफ़ुज़ आंदोलन के लोगों का अपहरण कर शांति वार्ता को पटरी से उतारने की कोशिश की. अफरीदी के मुताबिक इस तरह की घटनाएं साबित करती हैं कि पाकिस्तान में आतंकवाद को कई बार खुद सरकार ही बढ़ावा देती है. उन्होंने साफ कहा कि खैबर पख्तूनख्वा के लोग अब इन बनावटी हमलों और बंद कमरों में लिए फैसलों से तंग आ चुके हैं.













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