संयुक्त राष्ट्र (UN) में भारत ने पाकिस्तान (Pakistan) के प्रधानमंत्री इमरान खान (Imran Khan) के हर झूठे बयान पर पर कड़ा जवाब दिया है. भारत की प्रथम सचिव विदिशा मैत्रा ने 'राइट टू रिप्लाई' के तहत इमरान खान के भड़काऊ बयान का जवाब दिया है. विदिशा मैत्रा ने कहा कि इमरान खान ने संयुक्त राष्ट्र के मंच का गलत इस्तेमाल किया है. विदिशा मैत्रा ने कहा इमरान खान ने जो कुछ भी कश्मीर को लेकर बोला वह झूठ है. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने भड़काऊ बयान दिया. पाकिस्तान को खरी-खरी सुनाते हुए विदिशा मैत्रा ने कहा क्या पाकिस्तान इस बात को स्वीकार करेगा कि वो दुनिया का एकमात्र देश है जिसकी सरकार संयुक्त राष्ट्र द्वारा प्रतिबंधित अल-कायदा और अन्य आतंकियों को पेंशन देती है... जिसे संयुक्त राष्ट्र ने अल कायदा और ISIS जैसे आतंकियों की लिस्ट में रखा है.
विदिशा मैत्रा ने कहा- पाकिस्तान ने खुलेआम आतंकी ओसामा बिन लादेन का बचाव किया था. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान ने यूएन के मंच का दुरुपयोग किया और गुमराह करने की कोशिश की. विदिशा मैत्रा ने कहा, क्या पाकिस्तान इस बात से इनकार कर सकता है कि आज संयुक्त राष्ट्र द्वारा आतंकी करार दिए गए 130 लोग उसके देश में रहते हैं. क्या पाकिस्तान इससे इनकार कर सकता है कि संयुक्त राष्ट्र द्वारा प्रतबंधित 25 आतंकी संगठनों का ठिकाना पाकिस्तान है.
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आतंकियों को पेंशन देती है पाक सरकार-
Vidisha Maitra, First Secretary MEA exercises India's right of reply to Pakistan PM Imran Khan's speech: Will Pakistan acknowledge that it is the only govt in the world that provides pension to an individual listed by the UN in the Al-Qaeda and Daesh sanctions list? pic.twitter.com/UeNqRuMNFv
— ANI (@ANI) September 28, 2019
आतंकी संगठनों का ठिकाना पाकिस्तान-
Vidisha Maitra, First Secretary MEA exercises India's right of reply to Pakistan PM Imran Khan's speech: Can Pakistan PM confirm that it is home to 130 UN designated terrorists and 25 terrorist entities listed by the UN? pic.twitter.com/fIaUmPIHBH
— ANI (@ANI) September 28, 2019
विदिशा मैत्रा ने कहा कि पाकिस्तान की पोल खोलते हुए कहा, मानवाधिकार की बात करने वाले पाकिस्तान को सबसे पहले देश में अल्पसंख्यकों की हालत देखनी चाहिए जिनकी संख्या 23 प्रतिशत से 3 प्रतिशत पर पहुंच गया है. मैत्रा ने कहा, पाकिस्तान को इतिहास नहीं भूलना चाहिए और याद रखना चाहिए कि 1971 में उन्होंने अपने लोगों के साथ क्या किया था. मैत्रा ने कहा, एक ऐसा देश जो आतंकवाद और नफरत को मुख्यधारा में शामिल कर चुका है वो अब मानवाधिकारों का चैम्पियन बनकर अपना वाइल्डकार्ड इस्तेमाल करना चाहता है.
इमरान खान की युद्ध की धमकी पर विदिशा मैत्रा ने कहा, पाकिस्तान के पीएम जिस तरह से न्यूक्लियर हथियारों के इस्तेमाल की धमकी देते हैं वो एक राजनेता का व्यवहार नहीं है, बल्कि एक छोटे नेता का व्यवहार है. विदिशा मैत्रा ने कहा, ''दुनिया को पाकिस्तान में जाकर देखना चाहिए. पाक आतंकवाद पर और हम विकास पर जोर दे रहे हैं. पाकिस्तान को 1971 के नियाजी का नरसंहार नहीं भूलना चाहिए.''