India Slams Pakistan at UNHRC: संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद में भारत ने पाकिस्तान को लगाई फटकार, कहा-इस्लामाबाद ने मानवाधिकारों पर हर अंतरराष्ट्रीय संधि का उल्लंघन किया
संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद यानी यूएनएचआरसी में गुरुवार को भारत ने पाकिस्तान को फटकार लगाते हुए कहा कि वैश्विक आतंकवाद का केंद्र पाकिस्तान हर एक अंतरराष्ट्रीय संधि और मानवाधिकारों की घोषणा का उल्लंघन कर रहा है. भारत के संयुक्त राष्ट्र मिशन के प्रथम सचिव विमर्श आर्यन ने जिनेवा में यूएनएचआरसी में पाकिस्तान के जवाब में भारत के अधिकार जवाब का प्रयोग करने के लिए यह टिप्पणी की.
India Slams Pakistan at UNHRC: संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद (United Nations Human Rights Council) यानी यूएनएचआरसी (UNHRC) में गुरुवार को भारत (India) ने पाकिस्तान (Pakistan) को फटकार लगाते हुए कहा कि वैश्विक आतंकवाद का केंद्र पाकिस्तान हर एक अंतरराष्ट्रीय संधि (International Treaty) और मानवाधिकारों की घोषणा (Declaration on Human Rights) का उल्लंघन कर रहा है. भारत के संयुक्त राष्ट्र मिशन के प्रथम सचिव विमर्श आर्यन (Vimarsh Aryan) ने जिनेवा में यूएनएचआरसी में पाकिस्तान के जवाब में भारत के अधिकार जवाब का प्रयोग करने के लिए यह टिप्पणी की.
विमर्श आर्यन ने कहा कि पाकिस्तान हर अंतरराष्ट्रीय संधि और मानवाधिकारों पर घोषणा का उल्लंघन कर रहा है. उन्होंने कहा कि इस परिषद के सदस्य के रूप में पाकिस्तान का एकमात्र उद्देश्य अंतरराष्ट्रीय समुदाय का ध्यान अपने लोगों के खिलाफ और उसके द्वारा कब्जा किए गए भारतीय क्षेत्रों में गंभीर मानवाधिकारों के उल्लंघन से ध्यान भटकाना है.
कोरोना महामारी के दौरान जहां हर कोई सुरक्षा के लिहाज से मास्क पहन रहा है तो वहीं पाकिस्तान मानवाधिकारों का उल्लंघन करने के लिए एक अन्य तरह के खतरनाक मास्क का उपयोग कर रहा है और अल्पसंख्यकों से अत्याचार व उनका उत्पीड़न कर रहा है. यह भी पढ़ें: SOC मीटिंग में पाकिस्तान ने की नपाक हरकत, NSA अजीत डोभाल ने छोड़ी मीटिंग
भारत ने गुरुवार को दक्षिण एशियाई क्षेत्रीय सहयोग संगठन (सार्क) के सदस्य देशों से सामूहिक रूप से पाकिस्तान प्रायोजित सीमा पार आतंकवाद को हराने का संकल्प लेने का आग्रह किया. सार्क मंत्रिपरिषद की वार्षिक अनौपचारिक बैठक में विदेश मंत्री एस जयसंकर ने परोक्ष रूप से पाकिस्तान पर हमला किया.
पाकिस्तान का उल्लेख किए बिना उन्होंने सदस्य राज्यों से आतंकवाद के संकट को सामूहिक रूप से हल करने का आग्रह किया, जिसमें आतंकवाद और संघर्ष के वातावरण का पोषण, समर्थन और प्रोत्साहित करना शामिल है, जो सामूहिक सहयोग के लिए अपनी पूर्ण क्षमता का एहसास करने के लिए सार्क के उद्देश्य और पूरे दक्षिण एशिया में समृद्धि को बाधित करता है.