UNGA में भारत ने पाकिस्तान को लगाई फटकार, कहा- आतंकियों का सुरक्षित पनाहगाह है PAK
संयुक्त राष्ट्र महासभा में यूक्रेन पर एक विशेष सत्र के दौरान जम्मू-कश्मीर का जिक्र करने के बाद भारत ने पाकिस्तान की आलोचना की और उनके उकसावे को "अफसोसजनक और गलत" करार दिया.
नई दिल्ली: भारत ने गुरुवार को संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) में पाकिस्तान के खिलाफ अपने ‘जवाब के अधिकार’ का इस्तेमाल किया और इस्लामाबाद को आतंकवादियों को सुरक्षित पनाहगाह मुहैया कराने वाले देश के रूप में अपने ट्रैक रिकॉर्ड को देखने की सलाह दी. संयुक्त राष्ट्र महासभा में यूक्रेन पर एक विशेष सत्र के दौरान जम्मू-कश्मीर का जिक्र करने के बाद भारत ने पाकिस्तान की आलोचना की और उनके उकसावे को "अफसोसजनक और गलत" करार दिया. लाहौर में Javed Akhtar ने पाकिस्तान के खिलाफ दिया बयान, बोले - मुंबई हमले के आतंकवादी आपके देश में खुलेआम घूम रहे हैं (Watch Video)
UNGA के ग्यारहवें आपातकालीन विशेष सत्र में, भारतीय काउंसलर प्रतीक माथुर ने कहा, 'पाकिस्तान को एक देश के रूप में अपने ट्रैक रिकॉर्ड को देखना है, जो आतंकवादियों को शरण देता है और सुरक्षित आश्रय प्रदान करता है और वह ऐसा बिना किसी संकोच के करता है.'
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भारतीय काउंसलर ने आगे कहा, 'मैं यह कहने के लिए मंच का इस्तेमाल कर रहा हूं कि भारत ने पाकिस्तान के शरारती उकसावे का जवाब नहीं देने के लिए इस समय को चुना है. पाकिस्तान के प्रतिनिधि को हमारी सलाह है कि हमने अतीत में कई राइट टू रिप्लाई का इस्तेमाल किया है, उनको देख लें.’
माथुर ने पाकिस्तान के अनावश्यक उकसावे को ‘अफसोसजनक’ बताते हुए यह भी कहा कि दो दिनों की गहन चर्चा के बाद, संयुक्त राष्ट्र में मौजूद सभी सदस्य इस बात पर सहमत हुए हैं कि संघर्ष और कलह को हल करने का एकमात्र रास्ता शांति का रास्ता हो सकता है.
उन्होंने कहा कि भारत के मोस्ट वांटेड पाकिस्तान स्थित लश्कर-ए-तैयबा के अब्दुल रहमान मक्की को जनवरी में “वैश्विक आतंकवादी” के रूप में लिस्टेड किया गया था. भारत ने 2021-22 के दौरान अपने UNSC कार्यकाल की सर्वोच्च प्राथमिकता में पाक स्थित आतंकवादियों की सूची बनाई थी. कुल पांच नाम – अब्दुल रहमान मक्की (LeT), अब्दुल रऊफ असगर (JeM), साजिद मीर (LeT), शाहिद महमूद (LeT), और तल्हा सईद (LeT) इन पांच नामों में से प्रत्येक को शुरू में एक सदस्य राज्य (चीन) द्वारा तकनीकी रोक पर रखा गया था, जबकि परिषद के अन्य सभी 14 सदस्य उनकी लिस्टिंग के लिए सहमत थे.