Syria Civil War Update: सीरिया की जंग में कूदा हिज्बुल्लाह! दारा और होम्स पर विद्रोहियों का कब्जा, असद सरकार की मुश्किलें बढ़ी

सीरिया के दारा शहर में शनिवार को विद्रोहियों ने कब्जा कर लिया, जो राष्ट्रपति बशर अल-असद के खिलाफ 2011 में शुरू हुए विद्रोह का जन्मस्थान है. यह घटना सीरिया के इतिहास में एक महत्वपूर्ण मोड़ हो सकती है क्योंकि दारा वह शहर था जहां से असद सरकार के खिलाफ संघर्ष की शुरुआत हुई थी. दारा, सीरिया का चौथा सबसे बड़ा शहर, एक सप्ताह में विद्रोहियों के हाथों चला गया है.

विद्रोहियों का दावा है कि सीरियाई सेना ने उनसे समझौता किया है, जिसके तहत सेना को राजधानी दमिश्क तक सुरक्षित मार्ग दिया जाएगा. सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में विद्रोही सड़कों पर स्थानीय निवासियों से मिलते हुए और जश्न मनाते हुए दिखे, जहां लोग गोलियां चला कर खुशियां मना रहे थे. हालांकि, इस घटना पर अभी तक सीरियाई सेना या बशर अल-असद सरकार की ओर से कोई टिप्पणी नहीं आई है.

दारा का महत्व और संघर्ष की शुरुआत

दारा शहर, जो जॉर्डन की सीमा से करीब है, सीरिया का एक महत्वपूर्ण शहर है जिसकी आबादी लगभग एक लाख है. यह वही स्थान है जहां से 2011 में बशर अल-असद सरकार के खिलाफ विद्रोह की शुरुआत हुई थी. जब विद्रोहियों ने दारा पर कब्जा किया, तो यह एक प्रतीकात्मक घटना मानी गई क्योंकि यह वही शहर है जहां असद सरकार के खिलाफ पहली बार आवाज उठाई गई थी. विद्रोहियों ने दावा किया कि यह उनकी बड़ी जीत है और सीरिया में संघर्ष के मोर्चे पर एक नया मोड़ हो सकता है.

सीरियाई विद्रोही होम्स तक पहुंचे

दारा पर कब्जा करने के बाद, सीरियाई विद्रोहियों ने शुक्रवार रात को दावा किया कि वे होम्स शहर के किनारे तक पहुंच चुके हैं. होम्स सीरिया की राजधानी दमिश्क और मेडिटेरेनियन सी के बीच स्थित है और यह जगह असद सरकार के लिए महत्वपूर्ण है. होम्स पर विद्रोहियों का कब्जा सीरिया के लिए रणनीतिक रूप से अहम है, क्योंकि इससे राजधानी दमिश्क और असद समर्थक अलावाइट समुदाय के गढ़ के बीच की कड़ी कमजोर हो सकती है.

विद्रोहियों के एक गुट ने टेलीग्राम ऐप पर दावा किया कि उन्होंने होम्स के बाहरी इलाके के आखिरी गांव को मुक्त कर लिया है और अब वे शहर के अंदर घुस चुके हैं. इस घटनाक्रम से असद सरकार के लिए बड़ी चुनौती उत्पन्न हो सकती है, क्योंकि होम्स उनके प्रमुख गढ़ों में से एक है.

विद्रोहियों के बढ़ते प्रभाव और सीरियाई सेना का जवाब

सीरियाई विद्रोहियों के बढ़ते प्रभाव के कारण सीरियाई सेना को गंभीर मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. सूत्रों के मुताबिक, ईरान समर्थित हिज्बुल्लाह बलों को होम्स में सरकारी सुरक्षा को मजबूत करने के लिए तैनात किया गया है. इसके अलावा, रूस और सीरिया की वायु सेना ने विद्रोहियों के खिलाफ कई हवाई हमले किए हैं, जिनमें कई विद्रोही मारे गए हैं.

सीरिया युद्ध की वर्तमान स्थिति और भविष्य की राह

सीरिया का संघर्ष अब एक गहरी जटिलता में उलझ चुका है. 2011 से अब तक इस युद्ध में 3,05,000 से अधिक लोग अपनी जान गंवा चुके हैं और यह संघर्ष अब भी जारी है. बशर अल-असद सरकार के मुख्य सहयोगी – रूस, ईरान और हिज्बुल्लाह – के समर्थन के बावजूद, सीरिया में स्थिति स्थिर नहीं हो पा रही है. इन शक्तियों के ध्यान में विघटन और अन्य संकटों के कारण, सुन्नी मुस्लिम विद्रोही समूहों को एक बार फिर से हमले का मौका मिल गया है.

इस संघर्ष का परिणाम पूरी दुनिया पर प्रभाव डाल सकता है, खासकर मध्य पूर्व क्षेत्र और वैश्विक राजनीतिक परिप्रेक्ष्य में. सीरिया में चल रहे संघर्ष के कारण हजारों लोग अपनी जान गंवा चुके हैं और लाखों लोग देश छोड़ने पर मजबूर हो चुके हैं. अब देखना यह होगा कि इस नई परिस्थिति का क्या परिणाम निकलता है, और क्या यह संघर्ष और तेज़ होगा या इसके खत्म होने के लिए कोई रास्ता निकल पाएगा.

सीरिया में दारा और होम्स पर विद्रोहियों के कब्जे से यह स्पष्ट होता है कि बशर अल-असद सरकार की स्थिति कमजोर हो रही है और संघर्ष में एक नया मोड़ आ सकता है. यह घटनाएं सीरिया में और वैश्विक स्तर पर राजनीतिक और रणनीतिक परिप्रेक्ष्य में महत्वपूर्ण साबित हो सकती हैं. अब यह देखना बाकी है कि इस युद्ध के अंत के लिए क्या रास्ता निकलता है और क्या भविष्य में सीरिया की स्थिति में सुधार होगा.