मुसलमानों की पवित्र हज यात्रा के दौरान मक्का में बाढ़ का खतरा
बता दें कि मक्का के पास मीना में रविवार को तरवियाह की रस्म के साथ हज की शुरुआत हो गई. समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के मुताबिक, जनरल अथारिटी फॉर स्टेटिक्स ने सऊदी प्रेस एजेंसी से कहा कि कुल हजयात्रियों की संख्या अराफात के दिन शाम को घोषित की जाएगी. अराफात, हज की सबसे महत्वपूर्ण रस्म है.
नई दिल्ली: सऊदी अरब के मौसम विभाग ने मध्यम से भारी बारिश की वजह से मक्का में बाढ़ की संभावना जताई है. अल अकबरिया के मुताबिक, विभाग का कहना है कि मक्का, मीना और अराफात में यह अस्थिर मौसम रातभर रहेगा. यहां हो रही बारिश के दौरान लगभग 20 लाख हजयात्री मीना में लगाए गए शिविरों में पनाह लिए हुए हैं. उन हजयात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए कोई चेतावनी जारी नहीं की गई, जो सोमवार तड़के अराफात के लिए रवाना होंगे.
बता दें कि मक्का के पास मीना में रविवार को तरवियाह की रस्म के साथ हज की शुरुआत हो गई. समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के मुताबिक, जनरल अथारिटी फॉर स्टेटिक्स ने सऊदी प्रेस एजेंसी से कहा कि कुल हजयात्रियों की संख्या अराफात के दिन शाम को घोषित की जाएगी. अराफात, हज की सबसे महत्वपूर्ण रस्म है.
हजयात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए रस्म संबंधी जगहों के बीच लोगों के परिवहन के लिए व्यापक सुरक्षा योजना बनाई गई है. स्वास्थ्य मंत्रालय ने हज यात्रियों के स्वास्थ्य के लिए 25 अस्पतालों व 155 स्वास्थ्य केंद्रों का सभी स्थलों पर आवंटन किया है. इन 155 केंद्रों की क्षमता 5,000 बिस्तरों, 180 एंबुलेंस व 100 वाहनों की है.