बकरी प्लेग का कहर! लाखों जानवरों का संहार, मीट आयात पर बैन, क्या इंसान भी हो सकते हैं शिकार?
'बकरी प्लेग' बीमारी ने यूरोपीय देशों में हड़कंप मचा दिया है, जिसके चलते मांस का आयात प्रतिबंधित कर दिया है. यह बीमारी मुख्य रूप से बकरियों और भेड़ों को प्रभावित कर रही है और इसमें उच्च मृत्यु दर पाई जाती है.
Goat Plague: हाल ही में 'बकरी प्लेग' नामक एक बीमारी ने दक्षिणी यूरोपीय संघ के देशों में हड़कंप मचा दिया है, जिसके चलते ब्रिटिश अधिकारियों को आयात नियंत्रण सख्त करना पड़ा है. यह बीमारी मुख्य रूप से बकरियों और भेड़ों को प्रभावित कर रही है और इसमें उच्च मृत्यु दर पाई जाती है. इस वजह से ब्रिटेन सरकार ने यूरोपीय संघ के देशों से खाद्य उत्पाद लेकर लौट रहे ब्रिटिश पर्यटकों पर कड़ी निगरानी शुरू कर दी है, ताकि इस घातक रोग का प्रवेश रोका जा सके.
दक्षिणी यूरोपीय संघ के देशों में तेजी से फैल रहा है संक्रमण
इस समय यह बीमारी दक्षिणी यूरोपीय संघ के देशों में मवेशियों को संक्रमित कर रही है. बीमारी के फैलाव को रोकने के लिए बड़े पैमाने पर जानवरों का संहार किया जा रहा है. इसका असर बकरियों और भेड़ों पर अधिक देखने को मिल रहा है, जिससे इनकी मौत की संभावना बढ़ जाती है.
यूनाइटेड किंगडम में सख्त आयात प्रतिबंध
ब्रिटेन ने यूरोपीय संघ के देशों से बिना पैक किए गए बकरी और भेड़ के मांस उत्पादों के आयात पर प्रतिबंध लगा दिया है. इसके अलावा, यूरोपीय देशों से आयातित दूध और दूध उत्पादों पर भी सख्त निगरानी की जा रही है, विशेष रूप से ग्रीस और रोमानिया से आने वाले उत्पादों पर. ऐसे में अगर आप फ्रांस से बिना लेबल वाली बकरी की चीज़ लाते हैं, तो उसे सीमा शुल्क द्वारा जब्त कर लिया जाएगा.
क्या 'बकरी प्लेग' इंसानों को संक्रमित कर सकता है?
'बकरी प्लेग', जिसे वैज्ञानिक रूप से 'ओवाइन रिंडरपेस्ट' या 'पेस्ट डेस पेटिट्स रुमिनेंट्स' (PPR) के नाम से जाना जाता है, केवल मवेशियों को प्रभावित करता है. इसलिए इंसानों के लिए यह बीमारी कोई खतरा नहीं है.
यूनाइटेड किंगडम की डिप्टी चीफ वेटरनरी ऑफिसर एले ब्राउन के अनुसार, "हाल ही में यूरोप में पेस्ट डेस पेटिट्स रुमिनेंट्स के प्रकोप देखे गए हैं. हालांकि, यह बीमारी इंसानों के लिए कोई खतरा नहीं है, लेकिन यह भेड़ों और बकरियों में गंभीर बीमारी का कारण बनती है. यदि यूके में इसका प्रकोप होता है, तो यह हमारे कृषि और पशुधन उद्योग के लिए बहुत हानिकारक होगा."
रोमानिया में बकरियों और भेड़ों की सामूहिक हत्या
इस बीमारी के प्रकोप को रोकने के लिए रोमानिया के किसानों को हजारों बकरियों और भेड़ों की हत्या करने का कठिन निर्णय लेना पड़ा है. इस बीमारी का प्रकोप पिछले महीने ग्रीस में शुरू हुआ, जिसके बाद किसानों ने 10,000 से अधिक भेड़ों का संहार कर दिया.
ग्रीस की अर्थव्यवस्था पर प्रभाव
'बकरी प्लेग' ग्रीस की अर्थव्यवस्था के लिए भी समस्याएं खड़ी कर सकता है, क्योंकि यहां का प्रसिद्ध फेटा चीज़, जो बकरी और गाय के दूध से बनता है, ग्रीस के प्रमुख निर्यात उत्पादों में से एक है. इस बीमारी के कारण फेटा चीज़ के उत्पादन और निर्यात पर गंभीर असर पड़ सकता है.
इस प्रकोप ने न केवल यूरोपीय संघ के कृषि क्षेत्र में चिंता पैदा की है, बल्कि यह सवाल भी उठाया है कि ऐसी बीमारियों के प्रकोप को कैसे रोका जाए और पशुधन की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए.