Alert For Earth: 24 घंटे में 2000 भूकंप से कांप उठी पृथ्वी! कनाडा को निगल लेगा समुद्र? जानें क्यों फट रही है धरती

कनाडा के तट के पास वैंकूवर द्वीप के विक्टोरिया हार्बर में इस महीने की शुरुआत में एक अजीब घटना घटी. 24 घंटों में पूरे 2000 भूकंप आये! हालांकि इन भूकंपों से जानमाल का कोई नुकसान नहीं हुआ, वैज्ञानिक फिर भी सतर्क हो गए. जांच करने पर एक चौंकाने वाला खुलासा हुआ.

यह सभी भूकंपों का केंद्र "एंडेवर साइट" पर था. यह स्थान वैंकूवर द्वीप से 240 किलोमीटर दूर है. पानी के नीचे वाली एंडेवर साइट पर कई हाइड्रोथर्मल वेंट्स हैं. यानी ये वो जगहें हैं जहां समुद्र के अंदर से गर्म गैस, लावा आदि निकलते हैं. ये वेंट्स जुआन डी फुका रिज पर मौजूद हैं. यहीं पर समुद्र तल दो भागों में बंट जाता है.

वॉशिंगटन विश्वविद्यालय के डॉक्टरेट उम्मीदवार जो क्रॉस का कहना है कि ये पूरा इलाका एक सबडक्शन जोन से विभाजित है. इसका मतलब है कि यहां एक टेक्टोनिक प्लेट दूसरी प्लेट के नीचे खिसक रही है. अगर यही घटना तट के बहुत पास घटती रहे, तो बहुत तेज और नुकसानदेह भूकंप आ सकते हैं. जिससे कनाडा खतरे में पड़ सकता है.

जो क्रॉस का कहना है कि समुद्र के बीचों बीच स्थित रिज पर होने वाली किसी भी तरह की भौगोलिक हलचल से तीव्रता 5 या उससे अधिक के भूकंप आ सकते हैं. फिलहाल ऐसा कोई खतरा नजर नहीं आ रहा है. यह भूकंप दरअसल ये संकेत देता है कि समुद्र के तल पर नई पपड़ी का निर्माण हो रहा है. या फिर जमीन में कोई बदलाव हो रहा है.

भूकंप बताते हैं कि कैसे वास्तव में समुद्र तल बनते हैं और पपड़ी को बदलने में मदद करते हैं. इससे लंबी दरारें और फॉल्ट लाइन्स बन जाती हैं. इनमें खिंचाव, पास आने जैसी घटनाएं होती रहती हैं. इस वजह से मेंटल के नीचे दबा हुआ गर्म लावा यानी मैग्मा बाहर निकल आता है. जब ये मैग्मा ऊपर आकर ठंडा होता है, तो एक नई परत बन जाती है. यानी पपड़ी में एक नई परत का जन्म होता है.

इस घटना में 6 मार्च को हर घंटे 200 भूकंप आए, यानी पूरे दिन में 1850 झटके महसूस किए गए.

एंडेवर साइट की लगातार निगरानी नॉर्थ-ईस्ट पैसिफिक टाइम सीरीज अंडरसी नेटवर्क्ड एक्सपेरिमेंट (नेपच्यून) द्वारा की जाती है. ये कनाडा के ओशन नेटवर्क द्वारा संचालित है. 2018 से इस इलाके में कई भूकंप आ रहे हैं. लेकिन 6 मार्च 2024 को तो हर घंटे 200 भूकंप आए. कुल मिलाकर एक दिन में 1850 से ज्यादा भूकंप आए. इतनी बड़ी संख्या में भूकंप आने से वैज्ञानिक भी हैरान रह गए.

ये भूकंप रिक्टर स्केल पर एक या उससे थोड़ी अधिक तीव्रता के थे. लेकिन ये चिंता का विषय जरूर है. इतनी बड़ी संख्या में भूकंप आने का मतलब है कि एंडेवर साइट पर बहुत ज्यादा भौगोलिक दबाव बन रहा है. जिस वजह से ये दोनों प्लेट्स करीब साढ़े तीन फुट दूर खिसक चुकी हैं. वहां से निकल रहा मैग्मा नई पपड़ी की परत बना रहा है. जो क्रॉस ने बताया कि ये घटना लगभग हर 20 साल में होती है. इससे पहले ऐसा 2005 में हुआ था.