Johnson & Johnson की कोरोना वैक्सीन का बंदरों पर दिखा कमाल का असर, इंसानों पर ट्रायल जारी
दुनियाभर में कोरोना वायरस (Coronavirus) महामारी के प्रकोप के बीच एक राहतभरी खबर आई है. दरअसल जॉनसन एंड जॉनसन (Johnson & Johnson) द्वारा विकसित एक प्रायोगिक कोरोनावायरस वैक्सीन ने बंदरों (Monkey) को संक्रमण से बचाया है. इसका खुलासा एक नए अध्ययन में हुआ है.
नई दिल्ली: दुनियाभर में कोरोना वायरस (Coronavirus) महामारी के प्रकोप के बीच एक राहतभरी खबर आई है. दरअसल जॉनसन एंड जॉनसन (Johnson & Johnson) द्वारा विकसित एक प्रायोगिक कोरोनावायरस वैक्सीन ने बंदरों (Monkey) को संक्रमण से बचाया है. इसका खुलासा एक नए अध्ययन में हुआ है. बताया जा रहा है कि जॉनसन एंड जॉनसन की वैक्सीन के एक ही खुराक ने बंदरों की रक्षा घातक वायरस से की. एक सप्ताह के अंदर बंदरों में आशाजनक परिणाम दिखाने वाला यह दूसरा कोविड-19 वैक्सीन है.
जर्नल नेचर (Nature) में प्रकाशित अध्ययन के अनुसार वैक्सीन लगने से छह में से छह जानवर वायरस के संपर्क में आने पर भी फेफड़े की बीमारी से पूरी तरह से सुरक्षित थे और छह में से पांच को कोरोना वायरस संक्रमण तक नहीं हुआ. सभी जानवरों के नाक के स्वाब की जांच की गई, जिससे कोरोना वायरस की उपस्थिति का पता चल सके. भारत में कोरोना वैक्सीन की इतनी हो सकती है कीमत, ग्लोबल वैक्सीन अलायंस ने कही ये बड़ी बात
जॉनसन एंड जॉनसन के मुख्य वैज्ञानिक अधिकारी डॉ पॉल स्टॉफल्स (Dr Paul Stoffels) ने कहा, "इससे हमें विश्वास है कि हम इस महामारी में एकल-शॉट वैक्सीन का परीक्षण कर सकते हैं और सीख सकते हैं कि इसका मनुष्यों में सुरक्षात्मक प्रभाव है.” Coronavirus Vaccine Update: आने वाले समय में बार-बार लेनी पड़ सकती है कोरोना वायरस की वैक्सीन
कंपनी ने हाल ही में यूरोप और संयुक्त राज्य अमेरिका में लोगों पर इस वैक्सीन का क्लीनिकल ट्रायल शुरू किया है. एक हजार से अधिक स्वस्थ वयस्कों पर जारी ट्रायल अभी प्रारंभिक चरण में है. जिसमें 18 से 55 वर्ष की आयु और 65 वर्ष और उससे अधिक आयु के वयस्कों को शामिल किया गया है.
जॉनसन एंड जॉनसन की वैक्सीन का ट्रायल दुनियाभर में चल रहे कोरोना वायरस वैक्सीन के 30 से अधिक मानव परीक्षणों में से एक है. लेकिन परीक्षण को पूरा होने में कितना समय लगेगा इस बात की पुख्ता जानकारी कोई नहीं दे सकता है.