ताइपे: चीन का गोल्डन हॉर्स अवॉर्ड्स उस समय राजनीतिक विवादों की चपेट में आ गया, जब एक विजेता ने पुरस्कार ग्रहण करने के दौरान उम्मीद जताई कि एक दिन ताइवान को स्वंतत्रता जरूर मिलेगी. बीबीसी के मुताबिक, 55वां वार्षिक अवार्ड यहां शनिवार को ताइवान की राजधानी में आयोजित हुआ, जिसे 'चीन का ऑस्कर' माना जाता है. फू यू जिन्होंने सर्वश्रेष्ठ डॉक्युमेंट्री का पुरस्कार जीता, उन्होंने पुरस्कार ग्रहण करने के दौरान कहा कि वह आशा करती हैं कि एक दिन ताइवान को 'स्वतंत्र' राष्ट्र के रूप में पहचाना जाएगा.
फू, की डॉक्युमेंट्री 'आवर यूथ इन ताइवान' द्वीप के 2014 के सनफ्लावर मूवमेंट पर आधारित है. उन्होंने कहा, "मैं आशा करती हूं कि एक दिन हमारे देश को वास्तव में स्वतंत्र सत्ता के रूप में पहचाना जाएगा और माना जाएगा. एक ताइवानी के रूप में यह मेरी सबसे बड़ी इच्छा है." उनके इस बयान के बाद बवाल मच गया और चीन के फिल्मी सितारों ने इस बयान का विरोध किया.
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पूर्व में सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का खिताब जीत चुके तू मेन ने कहा कि उन्हें 'चीनी ताइवान' में अवॉर्ड पेश कर सम्मानित महसूस हुआ. 'चीनी ताइवान' एक ऐसा शब्द है जिसका कई ताइवानी विरोध करते हैं. उन्होंने कहा कि दोनों पक्ष एक करीबी परिवार की तरह है. बीबीसी के अनुसार, ताइवानी राष्ट्रपति साई इंग-वेन विवाद को बढ़ावा देते हुए कहा कि ताइवान ने कभी भी 'चीनी ताइवान' शब्द को स्वीकार नहीं किया है और न कभी करेगा क्योंकि ताइवान..ताइवान है.
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उन्होंने एक फेसबुक पोस्ट में कहा, "मुझे कल (शनिवार) के गोल्डन हॉर्स अवार्ड्स पर गर्व है, जिसमें हमारी स्वतंत्रता और विभिन्नताओं के चलते ताइवान और चीन के बीच की भिन्नताओं पर प्रकाश डाला गया."