काठमांडू: नेपाल दौरे पर आए चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग (Xi Jinping) ने यहां कहा कि उनका देश नेपाल के साथ संचार और सहयोग बढ़ाने और संयुक्त रूप से दोनों देशों के बीच मित्रता मजबूत करने के लिए तैयार है. समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, नेपाल के नेशनल असेंबली के अध्यक्ष गणेश प्रसाद तिमिलसिना के साथ मुलाकात के दौरान शी ने शनिवार को यह टिप्पणी की.
भारत से नेपाल पहुंचने के तुरंत बाद शी ने कहा कि वह नेपाल के राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, पार्टी नेताओं और नेपाली लोगों द्वारा चीन के प्रति दिखाए गए गर्मजोशी और खातिरदारी से प्रभावित हुए हैं. शी ने कहा कि यह दिखता आया है कि चीन-नेपाल मित्रता, हिमालय के समान ऊंचा और शानदार है. इसने नेपाल में गहरी जड़ें जमा ली हैं, जिसने मैत्रीपूर्ण द्विपक्षीय संबंधों को विकसित करने में भरोसे को और मजबूत किया है.
नेशनल असेंबली की ओर से शी का स्वागत करते हुए तिमिलसिना ने कहा कि चीनी राष्ट्रपति का स्वागत, सत्कार करना सभी नेपाली लोगों के लिए सम्मान की बात है. उन्होंने कहा कि नेपाल दीर्घकालिक और निस्वार्थ समर्थन के लिए चीन का धन्यवाद करता है, और वह एक-चीन नीति को बनाए रखने के लिए चीन के साथ मजबूती से खड़ा रहेगा और नेपाल में चीन विरोधी अलगाववादी गतिविधियों में किसी को भी शामिल नहीं होने देगा.
शनिवार को शी ने अपने नेपाली समकक्ष बिद्या देवी भंडारी के साथ भी बातचीत की. शी 20 घंटे की यात्रा पर शनिवार शाम काठमांडू पहुंचे. 23 वर्षों के बाद नेपाल दौरे पर जाने वाले वह पहले चीनी राष्ट्रपति हैं. रविवार को दोनों देशों के बीच करीब एक दर्जन समझौते होने की उम्मीद है. चीनी राष्ट्रपति ने मुख्य विपक्षी दल नेपाली कांग्रेस के अध्यक्ष शेर बहादुर देउबा से भी मुलाकात की. बैठक के दौरान देउबा ने नेपाल और चीन के बीच सदियों पुराने द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने के तरीकों पर चर्चा की.