अब कृत्रिम 'चांद' से जगमगाएगा चीन, असली चांद से आठ गुना ज्यादा होगी इसकी रोशनी
भारत का प्रतिद्वंदी देश चीन एक और इतिहास रचने जा रहा है. जी हां चीन के एक उद्योगपति ने एक महत्वाकांक्षी योजना बनाई है. जिसके तहत पड़ोसी देश चीन अंतरिक्ष में कृत्रिम 'चांद' लॉन्च करने की योजना पर कार्य कर रहा है.
चीन: भारत का प्रतिद्वंदी देश चीन एक और इतिहास रचने जा रहा है. जी हां चीन के एक उद्योगपति ने महत्वाकांक्षी योजना बनाई है. जिसके तहत पड़ोसी देश अंतरिक्ष में कृत्रिम 'चांद' लॉन्च करेगा. चीन में इस योजना पर कार्य जारी है. इस कृत्रिम 'चांद' की रोशनी असली 'चांद' की रोशनी से आठ गुना ज्यादा तेज होगी. खबरों के अनुसार यह योजना 2020 तक पूरी हो जाएगी. इस योजना के लिए चीन का चेंगदू प्रांत चुना गया है. इस परियोजना के शुरू होने से चेंगदू शहर में स्ट्रीट लाइट की आवश्यकता नहीं पड़ेगी.
एशिया टाइम्स की खबर के मुताबिक चीन 2020 तक अंतरिक्ष की कक्षा में एक सैटेलाइट स्थापित करने जा रहा है. जो सूर्य की रोशनी को प्रतिबिंबित कर रात में शहर को रोशन करेगा. चीन के अधिकारियों के अनुसार इस सैटेलाइट की रोशनी इतनी ज्यादा होगी की इससे चेंगदू शहर में स्ट्रीट लाइट्स तक की जरूरत नहीं पड़ेगी. इस सैटेलाइट में एक परावर्तक कोटिंग का इस्तेमाल किया जाएगा, जिसके माध्यम से प्रतिबिंबित होने वाली रोशनी धरती के 50 वर्ग मील क्षेत्र को रोशन करेगी. यह भी पढ़े-भारत-रूस के डील से सुलगा पाकिस्तान, नकल करने के लिए चीन से लेगा हाई तकनीक वाले मिलिटरी ड्रोन
हम आपको बता दें की यह परियोजना 1999 के रूसी शोधकर्ताओं के प्लान पर आधारित है जिसमें कक्षा में रखे गए दर्पण की मदद से साइबेरिया के शहरों को रोशन करने की योजना बनाई गई थी. रिपोर्ट्स के मुताबिक यह क्रांतिकारी विचार चीन के बिजनेसमैन और चेंगदू एयरोस्पेस साइंस एंड टेक्नोलॉजी माइक्रोइलेक्ट्रॉनिक्स सिस्टम रिसर्च इंस्टिट्यूट के अध्यक्ष वू शुनफेंग का है. शुनफेंग का कहना है कि प्रारंभिक टेस्टिंग पूरी कर ली गई है और 2020 तक यह सैटेलाइट तैयार हो जाएगी.
जहां इस नई तकनीकी से दुनिया भर में एक नई क्रांति आएगी. वहीं कुछ बुद्धिजीवियों ने अपना विचार प्रकट किया है कि इस कृत्रिम चांद के इस्तेमाल से रात न होने पर इसके कई दुष्प्रभाव चेंगदू शहर के वासियों, जानवरों पर पड़ेंगे जो उनके स्वास्थ के लिए बहुत ही हानिकारक सिद्ध होंगे.