जिनेवा, 12 जनवरी : दुनिया में मौजूद कोरोना टीकों को ओमिक्रॉन वेरिएंट के खिलाफ लगातार सुरक्षा देने के लिए और प्रभावी बनाने की जरूरत है. ये जानकारी विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने दी. डब्ल्यूएचओ के तकनीकी सलाहकार समूह और 18 विशेषज्ञों के एक समूह ने कोरोना वैक्सीन के कंपोजिशन (टेग-को-वैक) पर मंगलवार को कहा कि हालांकि वर्तमान टीके गंभीर बीमारी और वेरिएंट ऑफ कंसर्न (वीओसी) के कारण होने वाली मौतों के खिलाफ उच्च स्तर की सुरक्षा प्रदान कर रहे हैं. हमें भविष्य में लेकिन ऐसे टीके विकसित करने की जरूरत है, जो संक्रमण को रोक सकें.
समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने बताया कि इस बीच, कोरोना वायरस के खिलाफ वैक्सीन के टीकों को और प्रभावी बनाने की जरूरत है, जिससे वायरस को फैलने से रोका जा सके. डब्ल्यूएचओ ने कहा, इस तरह के कंपोजिशन की जरूरत है, जो आनुवंशिक और प्रतिजन रूप से तेजी से फैलते वेरिएंट के करीब हो, जो कि लगातार बूस्टर खुराक की आवश्यकता को कम करें और व्यापक, मजबूत और लंबे समय तक चलने वाली प्रतिक्रियाएं दें. यह भी पढ़ें : विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा को लगा बड़ा झटका स्वामी प्रसाद मौर्या के इस्तीफे के बाद 3 और विधायको ने छोड़ी भाजपा
विशेषज्ञों ने कोरोना वैक्सीन निर्माताओं को वर्तमान और ओमिक्रॉन-विशिष्ट टीकों के प्रदर्शन पर डेटा प्रदान करने के लिए प्रोत्साहित किया है, ताकि यह तय करने में मदद मिल सके कि वैक्सीन कंपोजिशन में बदलाव की आवश्यकता कब हो सकती है. वर्तमान ओमिक्रॉन वेरिएंट के संबंध में, विशेषज्ञों ने वर्तमान कोरोना टीकों के लिए व्यापक वैश्विक पहुंच के महत्व पर जोर दिया.