बगदाद हमला: ईरान के समर्थन में आया रूस, कहा- कासिम सुलेमानी की हत्या से मध्यपूर्व में और बढ़ेगा टेंशन
इराक की राजधानी बगदाद के इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर अमेरिकी हमले में शुक्रवार को ईरान के शीर्ष कमांडर कासिम सुलेमानी की मौत के बाद हालात तनावपूर्ण हो गए है. ईरान और अमेरिका ने इस खबर की औपचारिक पुष्टि की है. इस पुरे मसले पर रूस की तरफ से प्रतिक्रिया सामने आयी है.रूस का कहना है कि इससे मिडिल ईस्ट में तनाव और बढ़ेगा। रूस के विदेश मंत्रालय की तरफ से जारी बयान में कहा गया कि ईरान के सीनियर कमांडर कासिम सुलेमानी की हत्या मिडिल ईस्ट क्षेत्र में तनाव को बढ़ावा देगी। इसके साथ ही हम ईरान के लोगों के प्रति अपनी संवेदनाएं व्यक्त करते हैं.
इराक की राजधानी बगदाद के इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर अमेरिकी हमले में शुक्रवार को ईरान के शीर्ष कमांडर कासिम सुलेमानी (Gen. Qassim Soleimani) की मौत के बाद हालात तनावपूर्ण हो गए है. ईरान और अमेरिका ने इस खबर की औपचारिक पुष्टि की है. इस पुरे मसले पर रूस की तरफ से प्रतिक्रिया सामने आयी है.रूस का कहना है कि इससे मिडिल ईस्ट में तनाव और बढ़ेगा. रूस के विदेश मंत्रालय की तरफ से जारी बयान में कहा गया कि ईरान के सीनियर कमांडर कासिम सुलेमानी की हत्या मिडिल ईस्ट क्षेत्र में तनाव को बढ़ावा देगी. इसके साथ ही हम ईरान के लोगों के प्रति अपनी संवेदनाएं व्यक्त करते हैं.
बता दे कि कासिम सुलेमानी की बगदाद के एयरपोर्ट पर अमेरिकी हमले में मौत हो गई. अमेरिका ने इस खबर की पुष्टि करते हुए कहा कि यह हमला राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के आदेश के बाद किया गया है. रिपोर्ट के अनुसार कासिम सुलेमानी का काफिला बगदाद एयरपोर्ट की ओर बढ़ रहा था, इसी दौरान अमेरिका ने हमले को अंजाम दिया. यह भी पढ़े-जानें कौन थे कासिम सुलेमानी जिनकी जान का दुश्मन बन गया था अमेरिका, सऊदी और इजराइल के भी थे राडार पर
इरान के समर्थन में आया रूस, कहा-मध्यपूर्व में और बढ़ेगा टेंशन
गौरतलब है कि अमेरिका ईरानी मेजर जनरल कासिम सुलेमानी के पीछे पिछले 4 दशक से था. तमाम कोशिशों के बावजूस उसे कामयाबी नहीं मिल पा रही थी. इसके साथ ही कासिम सुलेमानी ने उस दौर में सन 1980 के ईरान और इराक के बीच हुई खूनी लड़ाई में बड़ा रोल अदा किया था. जिसके बाद सुलेमानी एक हीरो बनकर सामने आये थे.
वही ईरान ने कासिम सुलेमानी की मौत का बदला लेने की चेतावनी दी है.रिपोर्ट द्वारा ईरान ने कहा कि धरती के सबसे क्रूर लोगों ने कमांडर की हत्या की, जिन्होंने दुनिया की बुराइयों और डकैतों के विरुद्ध बिना डरे लडाई लड़ी.