अमेरिका: हार की घोषणा के बाद डोनाल्ड ट्रंप का पहला बड़ा कदम, रक्षा सचिव को किया बर्खास्त

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपनी हार की घोषणा होने के बाद पहली बड़ी कार्रवाई करते हुए रक्षा सचिव मार्क एस्पर को पद से हटा दिया है. एस्पर की बर्खास्तगी जो बाइडेन के राष्ट्रपति पद के शपथ लेने तक के समय में अराजकता बढ़ाएगी. वह जिम मैटिस के बाद ट्रंप के दूसरे रक्षा सचिव हैं, जिन्होंने नौकरी पर एक साल से भी कम समय में इस्तीफा दे दिया था.

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (फोटो क्रेडिट- ANI )

न्यूयॉर्क, 10 नवंबर: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) ने अपनी हार की घोषणा होने के बाद पहली बड़ी कार्रवाई करते हुए रक्षा सचिव मार्क एस्पर को पद से हटा दिया है. ट्रंप ने सोमवार को एक ट्वीट में कहा, "मार्क एस्पर को बर्खास्त कर दिया गया है." उन्होंने कहा कि वह उनकी जगह राष्ट्रीय रक्षा आतंकवाद केंद्र के निदेशक क्रिस्टोफर सी. मिलर को कार्यवाहक रक्षा सचिव के तौर पर ला रहे हैं. एस्पर की बर्खास्तगी जो बाइडेन के राष्ट्रपति पद के शपथ लेने तक के समय में अराजकता बढ़ाएगी.

इस बर्खास्तगी पर सीनेट की विदेश संबंध समिति के डेमोक्रेट क्रिस मर्फी ने चेतावनी देते हुए ट्वीट किया, "ट्रंप इस संक्रमण अवधि के दौरान राष्ट्रीय सुरक्षा को लेकर एक खतरनाक रूप से अस्थिर वातावरण बना रहे हैं." चुनाव से एक सप्ताह पहले ही एस्पर ने भारत का दौरा किया था और सचिव माइक पोम्पिओ के साथ रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, विदेश मंत्री एस. जयशंकर के साथ 2 प्लस 2 मंत्रिस्तरीय संवाद में भाग लिया था.

यह भी पढ़ें: US Election Results 2020: अमेरिका का राष्ट्रपति चुनाव हारने वाले डोनाल्ड ट्रंप जनवरी में ट्विटर पर खो देंगे विशेषाधिकार

पिछले हफ्ते की समाचार रिपोटरें में कहा गया था कि चुनाव के नतीजे घोषित होने के बाद से ही एस्पर खुद ही पद छोड़ने की तैयारी कर रहे थे, लेकिन ट्रंप ने उन्हें पहले ही बर्खास्त कर दिया. ट्रंप द्वारा रक्षा सचिव बनाए जाने से पहले वे सेना के सचिव थे.

वह जिम मैटिस के बाद ट्रंप के दूसरे रक्षा सचिव हैं, जिन्होंने नौकरी पर एक साल से भी कम समय में इस्तीफा दे दिया था. उन्होंने अमेरिकी सेना को सीरिया से हटाने की ट्रंप की योजना के विरोध में इस्तीफा दे दिया था. इसके अलावा भी एस्पर और ट्रंप के बीच कई ममतभेद रहे. इसमें सबसे महत्वपूर्ण था ट्रंप द्वारा प्रदर्शनकारियों के खिलाफ सशस्त्र बलों का उपयोग करने का प्रस्ताव, जो संवैधानिक रूप से भी निषिद्ध है. बाद में ट्रंप को पीछे हटना पड़ा था.

Share Now

\