इराकी सेना ने आईएस के 10 आतंकियों को मौत के घाट उतारा

इराक के मोसुल में इराकी सेना द्वारा आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट (आईएस) के ठिकानों पर किए गए हमले में 10 आतंकवादी मारे गए. इराकी संयुक्त अभियान कमान के प्रवक्ता ने कहा कि 'प्रोविंशियल रैपिड रिस्पॉन्स एलिट पुलिस फोर्स' ने अल-शौरा इलाके में आईएस आतंकवादियों के गुप्त ठिकानों को निशाना बनाया.

सिख हिंदुओं के कत्लेआम की जिम्मेदारी ISIS ने ली (Photo Credits : IANS)

बगदाद: इराक के मोसुल में इराकी सेना द्वारा आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट (आईएस) के ठिकानों पर किए गए हमले में 10 आतंकवादी मारे गए. समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, शनिवार को इराकी संयुक्त अभियान कमान के प्रवक्ता बिग्रेडियर जनरल याहया रसूल ने कहा कि इराकी लड़ाकू विमानों की सहायता से 'प्रोविंशियल रैपिड रिस्पॉन्स एलिट पुलिस फोर्स' ने अल-शौरा इलाके में आईएस आतंकवादियों के गुप्त ठिकानों को निशाना बनाया.

इस बीच, एक अन्य प्रांतीय पुलिस ने मोसुल में पांच संदिग्ध आईएस आतंकवादियों को गिरफ्तार किया है.

आपको बता दें कि आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट (आईएस) सीरिया और इराक में अपनी क्षेत्रीय शाखाओं को दोबारा तैयार करने कि कोशिश में जुटा है.  इसके साथ ही यह कयास लगाए जा रहे हैं कि 2017 में कब्जा हटने के बाद संगठन ने आंतरिक ढांचागत परिवर्तन किए हैं.

संयुक्त राष्ट्र आतंकवाद-रोधी कार्यालय के अंडरसेक्रेटरी जनरल व्लादिमिर वोरनकोव का कहना है कि आईएस अभी भी चिंता का एक मुख्य कारण है. समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, वोरोनकोव ने गुरुवार को सुरक्षा परिषद को बताया कि 2017 के अंत के बाद से आईएस को इराक में हार का सामना करना पड़ा है और सीरिया में भी इसका दबदबा खत्म हुआ है.

इराक और सीरिया दोनों में आईएस सदस्यों की संख्या करीब 20,000 से ज्यादा है. दोनों देशों में यह आंकड़ा निष्पक्ष रूप से विभाजित है.

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